सत्ताधारी तालिबान और पाकिस्तान सरकार के बीच टकराव

चमन सीमा (confrontation) पर अफगानिस्तान की तरफ से हुई गोलाबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दर्जनों नागरिक (confrontation) घायल हो गए थे। पाकिस्तानी बलों ने गोलाबारी की घटनाओं का मुंहतोड़ जबाव दिया, जिसमें अफगानिस्तान के आठ से नौ सैनिक मारे गए। पाकिस्तान के सैनिकों के सीमा पर मरम्मत कार्य में शामिल होने को लेकर विवाद शुरू हुआ। तालिबान सैनिकों ने नागरिक इलाकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
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पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है काबुल स्थित तालिबान शासन पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान नहीं दे रहा है। काबुल में पाकिस्तानी दूतावास पर हुआ हमला बात की मिसाल है। देश के अंदर बढ़ रहे राजनीतिक और आर्थिक संकट के कारण पाकिस्तान की अभी तक कोशिश तनाव को काबू में रखने की है।
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राजनयिकों की रक्षा के लिए पाकिस्तान ने तालिबान से 40 सुरक्षाकर्मियों को वीजा देने की गुजारिश की थी। लेकिन तालिबान ने सिर्फ दस सुरक्षाकर्मियों को वीजा दिया। असैनिकों को निशाना बनाने की घटनाओं से तालिबान अभी तक जिहादी सोच से बाहर नहीं निकले हैं। बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा से चमन सीमा तकरीबन 100 किलोमीटर दूर है। इलाके में अफगानिस्तान की तरफ से हुई गोलाबारी में सात नागरिक मारे जा चुके है।