
बीजिंग: अंतरिक्ष में लगातार अपनी ताकत बढ़ा रहे चीन ने आसमान में एक और सफलता हासिल कर ली है. चीन ने दक्षिण चीन के हैनान प्रांत में वेनचांग स्पेसक्राफ्ट लॉन्च साइट से लॉन्ग मार्च -7 रॉकेट द्वारा ले जाए गए कार्गो स्पेसक्राफ्ट (cargo spacecraft ) तियानझोउ-5 को लॉन्च कर दिया है. इस लॉन्चिंग से चीन ने अपने स्पेस स्टेशन की सप्लाई में इजाफा करने की दिशा में एक और कदम बढ़ा दिया है.
बताया जा रहा है कि तियानझोउ-5 कार्गो स्पेसक्राफ्ट के जरिए चीन ने अपने अंतरिक्ष स्टेशन के अगले चालक दल शेनझोउ-15 और वर्तमान में चीनी अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद लोगों के लिए आवश्यक वस्तु ले जा रहा है. इतना ही नहीं, वसंत महोत्सव के लिए इस कार्गो स्पेसक्राफ्ट में विशेष पैकेज भी है. साथ ही, मौजूदा समय में अंतरिक्ष में शेनझोउ-14 चालक दल के लिए उपहार भी ले गया है.
चीन का अंतिम लैब मॉड्यूल निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा
बता दें कि हाल ही में चीन का अंतिम लैब मॉड्यूल ‘मेंग्शन’ उसके निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा था. यह अमेरिका के साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच अंतरिक्ष में अपनी मौजूदगी बनाए रखने के चीन के एक दशक से भी ज्यादा पुराने प्रयासों का हिस्सा है. मेंग्शन को दक्षिणी द्वीपीय प्रांत हैनान पर वेनचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से भेजा गया था. इसे अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने के लिए 13 घंटे का वक्त लगने की संभावना थी.
मेंग्शन या ‘सेलेस्टियन ड्रीम्स’ चीन के निर्माणाधीन अंतरिक्ष स्टेशन तियांगोंग के लिए दूसरा लैब मॉड्यूल है. दोनों तियान्हे कोर मॉड्यूल से जुड़े हैं जहां अंतरिक्ष यात्री रहते और काम करते हैं. चीन के सबसे बड़े रॉकेट में शामिल लांग मार्च-5बी के जरिए मेंग्शन का प्रक्षेपण किया गया. चीन अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, तियांगोंग में अभी दो पुरुष और एक महिला अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं. चेन डोंग, काई शुझे और लियु यांग छह महीने के अभियान पर जून की शुरुआत में अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे। वे स्टेशन के निर्माण का काम पूरा करेंगे, अंतरिक्ष में चहलकदमी और अतिरिक्त प्रयोग करेंगे. मेंग्शन का वजन करीब 23 टन, ऊंचाई 58.7 फुट और मोटाई 13.8 फुट है