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मुख्यमंत्री ने ‘छोटी काशी’ गोला गोकर्णनाथ शिव मन्दिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया !

लखनऊ -: ( 22 फरवरी, 2025) -: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता। विकास से रोजगार का सृजन होता है। प्रत्येक गरीब तथा हर हाथ को काम प्राप्त होता है। हर हाथ को काम मिलने से आत्मनिर्भरता की प्राप्ति होती है। आत्मनिर्भरता आधारशिला बनकर देश को विकसित भारत के रूप में स्थापित करेगी।

मुख्यमंत्री जी आज जनपद लखीमपुर खीरी के राजेन्द्र गिरि स्मारक स्टेडियम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने ‘छोटी काशी’ गोला गोकर्णनाथ शिव मन्दिर कॉरिडोर का शिलान्यास भी किया। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री जी द्वारा 1,622 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 373 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया। इसमें 805 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 272 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 817 करोड़ रुपये लागत की 101 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित है। मुख्यमंत्री जी ने सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। इससे पूर्व मुख्यमंत्री जी ने गोला गोकर्णनाथ शिव मन्दिर में पूजा-अर्चना भी की।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें महाशिवरात्रि के ठीक पहले इस छोटी काशी में बाबा गोला गोकर्णनाथ के दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि उन्हें तो शिवरात्रि पर यहां आना था लेकिन शिवरात्रि के अवसर पर जनता जनार्दन को कोई समस्या न हो इसलिए वह यहां आज आए हैं। आज बाबा गोला गोकर्णनाथ के इस मंदिर को बाबा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर की तर्ज पर एक कॉरिडोर के रूप में विकसित करने के कार्य को आगे बढ़ाने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज इस जनपद में हम लोग लगभग 4,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं। इस मंदिर कॉरिडोर के शुभारम्भ के ठीक पूर्व कुम्भी में बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड द्वारा लगाये गए 2,850 करोड़ रुपये की लागत के पाली लैक्टिक एसिड संयंत्र का शिलान्यास किया गया है। आज यहां मेडिकल कॉलेज का शुभारम्भ भी किया जा रहा है। लखीमपुर खीरी की जनता के जीवन को सुगम बनाने तथा रोजगार सृजन करने वालीं विकास की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास भी किया जा रहा है। यह प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन, जनप्रतिनिधियों के प्रयास व सरकार के सहयोग से सम्भव हुआ है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आने वाले समय में लखीमपुर-खीरी प्रदेश के विकसित जनपदों में से एक होगा। इसमें अब कोई संदेह नहीं होना चाहिए। जब देश आजाद हुआ था तो लखीमपुर खीरी विकास में बहुत पीछे था। यहां मलेरिया भय का प्रतीक होता था। यहां साधनों व संसाधनों का अभाव था। दुधवा नेशनल पार्क था लेकिन वहां पहुंचने के लिए साधन नहीं थे। अब पलिया में एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए धन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसके साथ-साथ यहां बाढ़ की समस्या का स्थायी समाधान करने की दिशा में भी सरकार कदम बढ़ा रही है। इसके लिए बाढ़ बचाव के उपाय को प्रभावी ढंग से लागू करने या नदी को चैनलाइज की कार्रवाई होगी। इसमें आने वाली सभी बाधाओं को दूर किया जाएगा। आने वाले समय में डबल इंजन सरकार यहां के विकास तथा स्पिरिचुअल टूरिज्म को टूरिज्म को इतना बढ़ाएगी कि यहां पर रोजगार की कमी नहीं रहेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़े जनपदों में से एक लखीमपुर खीरी की धरती अत्यन्त उर्वर है। पहले इस क्षमता को कनेक्टिविटी के साथ नहीं जोड़ा गया था। बहराइच से मैलानी के बीच रेलवे लाइन पर असमंजस की स्थिति रहती थी। हमने कहा कि इस कार्य को करने के लिए आवश्यक धनराशि तथा अन्य सहयोग सरकार उपलब्ध कराएगी टूरिज्म के लिए इसको प्रमोट करना चाहिए। भारतीय रेल इस दिशा में सकारात्मक कदम आगे बढ़ा रही है। यह कार्य यहां पर पर्यटन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा।

बाबा गोला गोकर्णनाथ के इस पावन कॉरिडोर के निर्माण के लिए यहां बहुत सारे परिवारों को विस्थापित करना पड़ा है। अनेक दुकानों को हटाना पड़ा होगा। प्रशासन से कहा गया है कि जिन लोगों के घर गए हैं उनके लिए एक-एक आवास की व्यवस्था अवश्य की जानी चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर उनके लिए आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिन लोगों की दुकान गई है कॉरिडोर में व्यवस्थित तरीके से दुकानें बनाकर उन्हें आवंटित की जाएं। सुंदरीकरण के साथ-साथ लोगों के जीवन को सुगम बनाना ही इस सरकार का उद्देश्य है। सरकार इसी दिशा में कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है। गोला की धरती से लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने वाले स्व0 श्री अरविंद गिरी जी का सपना साकार हो रहा है और उनकी आत्मा को शांति भी मिल रही होगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां के थारू जनजातीय समुदाय से जुड़ी हुई बहनों द्वारा इस जनजाति की संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के साथ-साथ जिस प्रकार के प्रोडक्ट को आगे बढ़ाया है, प्रधानमंत्री जी भी उसकी चर्चा करते हैं। विकास के पथ पर लगातार अग्रसर इस जनपद में योग्य जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व व मार्गदर्शन में जनता की बुनियादी सुविधाओं, रोजगार की उपलब्धता, विकास की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने जैसे कार्य द्रुत गति से सम्पन्न हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व महाकुम्भ 2025 भव्य और दिव्य रूप में आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश की क्या पोटेंशियल है इसको समझने व आंकलन करने के लिए प्रयागराज महाकुम्भ ही पर्याप्त है। 13 जनवरी से 22 फरवरी के बीच प्रयागराज में माँ गंगा, माँ यमुना तथा माँ सरस्वती की पावन त्रिवेणी में 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। यह उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य को देश और दुनिया के सामने रखता है। क्या 60 करोड़ लोग एक निश्चित समय सीमा में किसी एक स्थल पर एकत्र हो पाएंगे। यह कार्य अन्यत्र कठिन है। यह केवल प्रयागराज व उत्तर प्रदेश में हो सकता है। देश ने यह साबित कर दिया है कि अनुकूल परिस्थितियों में विरासत को गौरव के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया जा सकता है। प्रयागराज महाकुम्भ इसका उदाहरण बना है।

इस अवसर पर गोला गोकर्णनाथ शिव मंदिर कॉरिडोर शिलान्यास पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर आबकारी एवं मद्य निषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नितिन अग्रवाल, विधायक श्री अमन गिरि, श्री लोकेंद्र प्रताप सिंह, श्री हरविन्दर कुमार साहनी ‘रोमी’, श्री योगेश वर्मा, श्रीमती मंजू त्यागी, श्री शशांक वर्मा, श्री सौरभ सिंह ‘सोनू’, श्री विनोद शंकर अवस्थी, विधान परिषद सदस्य श्री अनूप गुप्ता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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