मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की रिकवरी दर 87 प्रतिशत से भी अधिक हो जाने पर संतोष व्यक्त किया
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोविड-19 की रिकवरी दर 87 प्रतिशत से भी अधिक हो जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए संक्रमण से बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। ज्ञातव्य है कि वर्तमान में प्रदेश का रिकवरी रेट 87 प्रतिशत से भी अधिक है, जो देश के रिकवरी रेट 84 प्रतिशत से 03 फीसदी ज्यादा है। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोडऩे में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्देश दिए कि इस पर और अधिक ध्यान केन्द्रित करते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ तथा कानपुर नगर की स्थिति के सम्बन्ध में इन जिलों के नोडल अधिकारियों क्रमश: अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से स्थिति की विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि इन जनपदों में संक्रमण को नियंत्रित करने की कार्यवाही प्रभावी ढंग से जारी रखी जाए। मुख्यमंत्री ने धान क्रय केन्द्रों पर सभी आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि धान बेचने वाले किसान के खाते में प्रत्येक दशा में धनराशि 72 घण्टे में अन्तरित हो जाए। उन्होंने धान क्रय केन्द्रों पर जिला प्रशासन के सहयोग से कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना किए जाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत अधिक से अधिक कार्य हो, जिससे उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर रहे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद मीना कुमारी वीना, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, राहत आयुक्त संजय गोयल, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।