70 साल बाद भारत में फिर से चीतों की वापसी

70 साल बाद (return of cheetahs) भारत में फिर से चीतों की वापसी होगी। देश से लुप्त हो चुके इस जीव को नामीबिया से लाकर मध्य प्रदेश के कूनो में शनिवार को छोड़ा जाएगा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे। नामीबिया से लाए गए इन चीतों का पहला वीडियो सामने आया है। प्रोजेक्ट चीता के लिए इस जंबो जेट को स्पेशियली डिजाइन (return of cheetahs) किया गया है।
नामीबिया से यह शुक्रवार शाम 5 बजे भारत के लिए उड़ान भरेगा। फोटो नामिबिया में भारत के हाईकमिश्नर ने पोस्ट की है। वाघमारे ने बताया कि जंगल में सबसे ताकतवर जानवर का ही राज चलता है। चीता तेंदुओं से ज्यादा शक्तिशाली और फुर्तीला है। 20 सेकंड में अपने शिकार को झपट्टा मारने का माद्दा रखता है।
ये भी तय है कि तेंदुओं और चीतों के बीच शिकार को लेकर फाइट होगी, लेकिन दोनों की अपनी स्ट्रैटजी है। चीतों के लिए इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के स्पेशल क्रेट्स रहेंगे। ये लकड़ी के बने होंगे। चीते नामीबिया से 16 सितंबर को शाम 5 बजे निकलेंगे और 17 सितंबर की सुबह 7:30 बजे कूनो पहुंचेंगे। इस एयरक्राफ्ट को इसलिए चुना गया है ताकि री-फ्यूलिंग के लिए रुकना न पड़े और चीते डायरेक्ट इंडिया आएं।
ये एयरक्राफ्ट बिना रुके दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक जा सकता है। फ्लाइट में 8 चीतों के साथ क्रू, वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट, डॉक्टर्स, साइंटिस्ट, नामीबिया में भारत के हाई कमिश्नर मौजूद रहेंगे। इनके अलावा चीता एक्सपर्ट लॉरी मार्कर अपने 3 बायोलॉजिस्ट के साथ मौजूद रहेंगे।