शिक्षा में परिवर्तन होना जरूरी,शिक्षा है एक इंडिपिडेंट वेरिएबल

UP:भारत में अब NCRT की किताबों से मुगलों का इतिहास हटा दिया गया है NCRT ने कक्षा 12वीं की किताबों से मुगल दरबार को हटा दिया है. इतिहास से मुगल काल हटाने को लेकर इतिहासकार और समाजशास्त्री अपने-अपने नजरिये से देख रहे है. शिक्षा वक्त के साथ बदलती है अंबेडकरवादी चिंतक और जेएनयू के समाज शास्त्र के प्रोफेसर प्रो. विवेक कुमार का कहना है कि हमारे यहां पढ़ाया जाता है कि शिक्षा एक इंडिपिडेंट वेरिएबल है, यानी शिक्षा में परिवर्तन होगा. फिर दूसरी बात कि अंतराल के साथ शिक्षा में बदलाव होता ही है. इसी प्रकार पाकिस्तान में बहुत से हिंदू धर्म के महानायक पढ़ाए जाते थे, बाद में जनरल जियाउल हक के समय वो बदल दिए गए. आज समाज में इन सब महानायकों के बारे में चेतना आ चुकी है. हमारे शैक्षिणिक पाठयक्रमों में लोक चेतना स्पष्ट नजर आती है जिसमें बहुत सारे पहलुओं का मिश्रण होता है. हमेशा से इतिहास में कुछ चीजें हटाई गई और कुछ विषय जोड़े गए, लेकिन इसमे लोक की चेतना का बहुत बड़ा रोल रहा.