आखिरी 7 मिनट … जब खुद के सहारे होगा चंद्रयान-3 (चंद्रयान-3)
दिल्ली. इसरो का चंद्रयान-3 (चंद्रयान-3) बुधवार को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. मगर स्पेस साइंस के एक्सपर्ट्स की मानें तो इसकी सफलता केवल कुछ आखिरी मिनटों का ही खेल है. इन कुछ मिनटों में सब कुछ अधर में लटक होता है, जो किसी की भी सांसें थामने के लिए काफी है. इस वक्त अंतरिक्ष यान को गुरुत्वाकर्षण की पेचीदा साइकिल से गुजरना होता है, उस ग्रह का चक्कर लगाना होता है और अंत में सुरक्षित रूप से उतरना होता है. ‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े लोग इसे ‘खौफ के सात मिनट’ कहते हैं. इस वक्त अंतरिक्ष यान अपने आप पर ही निर्भर होता है और इंजीनियर और वैज्ञानिक भी हमारी-आपकी तरह केवल दर्शक ही रह जाते हैं.
2019 में चंद्रयान-2 की सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान इसरो का इससे पाला पड़ चुका है. जब आखिरी वक्त में उसके महत्वाकांक्षी चंद्रयान-2 की चंद्रमा पर क्रैश लैंडिंग हुई थी. अब चंद्रयान-3 मिशन चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग के करीब है. मगर सबसे बड़ा सवाल यही है कि यह कैसे संभव होता है? बहरहाल 23 अगस्त को चंद्रयान-3 के इतिहास रचने के रास्ते में उसके अंतिम 18 मिनट सबसे महत्वपूर्ण होने वाले हैं. चंद्रयान- 3 का एक हिस्सा विक्रम लैंडर तब चंद्रमा की सतह से लगभग 30 किमी ऊपर 1.6 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से परिक्रमा कर रहा होगा.
चंद्रयान-3 के इंजन करेंगे ब्रेक का काम
अगले करीब 11.5 मिनट में चंद्रयान-3 के इंजन चालू हो जाएंगे, जो एक तरह से ब्रेक का काम करेंगे. इससे चंद्रयान धीरे-धीरे चंद्रमा की सतह की ओर जाएगा. यह इसकी गति को कम से कम एक चौथाई तक घटा देग. चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का खिंचाव विक्रम लैंडर को लगभग 60 मीटर प्रति सेकंड की गति से नीचे की ओर ले जाएगा. धीमा होते समय चंद्रयान-3 थोड़ा मुड़ जाएगा. यह मोड़ चंद्रयान-3 को लैंडिंग स्थल के साथ पूरी तरह से एडजस्ट करने के लिए होगा.
लैंडिंग से 32 किमी. दूर होगा आखिरी जांच का मौका
उस वक्त लैंडिंग की जगह से लैंडर महज 32 किमी. दूर होगा और चंद्रमा की सतह से लगभग 7.5 किमी. ऊपर मंडराएगा. यही दोबारा जांच करने का क्षण होगा कि लैंडिंग की जगह सुरक्षित है. इसरो ने इस प्रक्रिया को तेज और अधिक सटीक बनाने के लिए इसे उन्नत किया है. इस चरण के दौरान विक्रम लैंडर के सभी सेंसरों को बारीकी से संयोजित किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वह अब इस बड़े मौके के लिए पूरी तरह तैयार है.