बाबा साहेब अंबेडकर जयंती पर बीएसपी का देशव्यापी आयोजन, बहुजन समाज के लिए ‘सत्ता की मास्टर चाबी’ पाने का आह्वान !

लखनऊ -: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने संविधान निर्माता भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को पूरे देश में विचार-गोष्ठियों, श्रद्धांजलि कार्यक्रमों और स्मारकों पर माल्यार्पण के साथ मनाया। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ स्थित बाबा साहेब स्मारक स्थल पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके योगदान को याद किया। इस अवसर पर उन्होंने बहुजन समाज को बाबा साहेब के मिशन पर चलने का संकल्प दोहराते हुए देश की सत्ता में भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
मायावती ने कहा कि बीएसपी देश की एकमात्र सच्ची अंबेडकरवादी पार्टी है, जो बहुजन समाज के आत्म-सम्मान, सामाजिक न्याय और राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। उन्होंने करोड़ों दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों और अन्य उपेक्षित तबकों से पार्टी से सीधे जुड़कर “अंबेडकरवादी” बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि “बहुजन समाज के लाख दुखों की एक ही दवा है—आपसी एकता और सत्ता की मास्टर चाबी हासिल करना।”मायावती ने सभी सरकारों से जातिवादी व संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ छोड़ संविधानवादी भारतीय बनने का आग्रह किया ताकि बाबा साहेब का समतामूलक भारत बनाने का सपना साकार हो सके। उन्होंने कहा कि केवल सच्चे संविधानवाद और ‘कानून द्वारा कानून का राज’ के सिद्धांतों से ही देश का व्यापक कल्याण और ‘विकसित भारत’ का निर्माण संभव है।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि वर्तमान शासन, विशेषकर भाजपा सरकार के दौरान, कांग्रेस की तरह ही दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण अधिकारों पर योजनाबद्ध हमले हुए हैं, जिससे इन वर्गों की स्थिति और भी अधिक बदहाल हो गई है। मायावती ने चेताया कि जातिवादी राजनीति के चलते देश का सामाजिक तानाबाना कमजोर हो रहा है और अमीर-गरीब की खाई और गहरी हो रही है।मायावती ने विशेष रूप से मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों की असुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके जान-माल और मजहब की सुरक्षा की संवैधानिक गारंटी भी खतरे में है। इससे देश में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तनाव बढ़ा है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि “सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति” के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बहुजन समाज को विरोधी पार्टियों के छलावे से सतर्क रहकर, चुनावी सफलता से अपना उद्धार स्वयं करना होगा। उन्होंने इसे ही बाबा साहेब की जयंती का असली संदेश बताया।प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, बहन मायावती के निर्देश पर बीएसपी कार्यकर्ताओं ने यूपी सहित पूरे देश में जिला स्तर पर विचार गोष्ठियों का आयोजन किया। लखनऊ मंडल के लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर स्मारक स्थल और पश्चिमी यूपी के मेरठ मंडल के लोगों ने नोएडा स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर जाकर श्रद्धा अर्पित की।
दिल्ली प्रदेश सहित विभिन्न मण्डलों के पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी इसी तरह अपने-अपने जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी।साथ ही, मायावती ने देशभर के बीएसपी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे अपने पूरे परिवार, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को साथ लेकर मिशनरी भावना से बाबा साहेब की जयंती मना रहे हैं। उन्होंने सभी से बाबा साहेब के बताए मार्ग पर चलते हुए, विरोधी ताक़तों के हर हथकंडे को नाकाम कर, समाज और देश के कल्याण की मंज़िल को प्राप्त करने का संकल्प लेने की अपील की।