ब्रिटिश जनरल (British general )ने सैनिकों को रूस के खिलाफ तैयार रहने को कहा

लन्दन . रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को अब 100 दिन से भी ज्यादा होने को है लेकिन अब तक युद्ध खत्म होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दो बार यूक्रेन की यात्रा की है और यूक्रेन के लोगों को हरसंभव मदद देने की घोषणा भी की है. ब्रिटेन यूक्रेन को सीधी सैन्य सहायता तो नहीं दे रहा है लेकिन उन्हें अप्रत्यक्ष तौर पर हथियारों से मदद कर रहा है. इस बीच ब्रिटेन के नए बने सैन्य प्रमुख (British general ) ने अपने सैनिकों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे संभावित तीसरे विश्व युद्ध के मद्देनजर रूसी सैनिकों के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार रहें.
रूसी हमला असुरक्षा के नए युग में धकेल दिया
ब्रिटेन के सैन्य प्रमुख जनरल सर पैट्रिक सैंडर्स ने सेना को अगाह करते हुए कहा कि उन्हें हर हाल में संभावित तीसरे विश्व युद्ध के लिए एक बार फिर यूरोप में होने वाली लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि रूस का यूक्रेन पर हमला असुरक्षा के नए युग में धकेल दिया है. सन न्यूज के मुताबिक सैंडर्स की तरफ से यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब वे पिछले ही महीने ही चीफ ऑफ द जनरल स्टाफ नियुक्त किए गए हैं. ब्रिटेन में चीफ ऑफ द जनरल स्टाफ पैट्रिक सैंडर्स का ब्रिटिश आर्मी पर पूरा कंट्रोल है.
हमें जीतने के लिए तैयार रहना चाहिए
सैंडर्स ने कहा कि अपने सहयोगियों की मदद करने के लिए हमें एक ऐसी सेना बनाने की जरूरत है जो रूस को हराने में सक्षम हो सके. इसलिए हमें यूरोप में एक बार फिर से लड़ने के लिए तैयार रहना होगा. सैंडर्स ने कहा, 1941 के बाद मैं पहला सैन्य प्रमुख बना हूं जिसके सामने यूरोप में संभावित जमीनी युद्ध के लिए महाद्वीपीय शक्ति से चुनौती मिल रही है. यूक्रेन पर रूस का हमला हमारे इस आंतरिक उद्येश्य को रेखांकित किया है कि हमें अपने देश की रक्षा और युद्ध की स्थिति में जीतने के लिए तैयार रहना चाहिए.
ब्रिटेन के बाहर भी सेना को फैलाएंगे
सैंडर्स ने यह भी कहा कि पिछले तीन सौ साल में वर्तमान में हमारी सबसे छोटी सेना है. उन्होंने कहा, सरकार ने सेना में 73 हजार सैनिकों की कटौती की जिसके बाद हम पिछले 300 सालों में सबसे छोटी सेना का नेतृत्व कर रहे हैं. सैंडर्स ने कहा, हम अपनी सेना को अत्याधुनिक बनाएंगे और ब्रिटेन से बाहर भी सेना को फैलाएंगे. उन्होंने कहा कि ये दोनों कदम नाटो को मजबूत करेंगे और रूस के यूरोप में बढ़ते कदम को रोकेंगे. सैंडर्स ने कहा, यह हमारा पहला कर्तव्य है कि हम अपनी सेना को जितना हो सके उतना घातक औऱ प्रभावी बनाएं.