भारतीय सेना (Army ) की टुकड़ी का दिखा पराक्रम
पेरिस. पीएम मोदी की फ्रांस की यात्रा का दूसरा और आखिरी दिन है. भारत-फ्रांस के दोनों शीर्ष नेताओं के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनी है. पीएम मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने मीडिया के सामने साझा बयान जारी किया है. साझा बयान में राष्ट्रपति मैक्राें ने कहा कि मुझे यहां बैस्टिल डे परेड में पंजाब रेजिमेंट(Army ) को देखकर गर्व हुआ. हम एक ऐतिहासिक विश्वास के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं. हम मिलकर वैश्विक संकटों का समाधान ढूंढ सकते हैं. हम युवाओं को नहीं भूल सकते. 2030 तक, फ्रांस अपने 30 हजार स्टूडेंट्स को भारत भेजना चाहता है. उन युवा भारतीयों के लिए जो फ्रांस में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, हम एक अनुकूल वीजा नीति बनाना चाहते हैं.
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रॉ का धन्यवाद देते हुए कहा कि आज मुझे इस उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का गौरव मिला. मुझे खुशी है इसकी शोभा और गरिमा बढ़ाने के लिए भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ियों ने भाग लिया. भारतीय राफेल एयरक्राफ्ट का फ्लाईपास्ट भी हम सब ने देखा. हमारी नव सेना का जहाज भी फ्रांस के पोर्ट पर मौजूद था यानी जल थल नभ हमारे बढ़ते सहयोग की शानदार तस्वीर एक साथ देखने को मिली. कल राष्ट्रपति माइक्रो ने मुझे फ्रांस के सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. यह सम्मान 140 करोड़ों भारतवासियों का सम्मान है. हम अपनी बढ़ती पार्टनरशिप की 25वी वर्षगांठ मना रहे हैं. बीते 25 वर्षों के मजबूत आधार पर आने वाले 25 वर्षों के लिए रोडमैप तैयार करेंगे इसमें महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं.
दोनों देशों के साझा बयान की 7 बड़ी बातें…
पीएम मोदी ने कहा, हम अपनी Strategic Partnership की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. बीते 25 वर्षों के मजबूत आधार पर हम आने वाले 25 वर्षों के लिए रोडमैप तैयार कर रहे हैं. इसमें bold और महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं.
दोनों देश रिन्यूएबल एनर्जी, ग्रीन हाइड्रोजन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, सेमीकंडक्टर, साइबर, डिजिटल टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए हम नए इनीशिएटिव की पहचान कर रहे हैं.
भारत के UPI यानि Unified Payments Interface को फ्रांस में लॉन्च करने पर समझौता हुआ है. 2030 तक फ्रांस अपने 30 हजार छात्रों को भारत भेजना चाहता है. फ्रांस में उच्च शिक्षा हासिल करने वाले भारतीयों के लिए अनुकूल वीजा नीति बनाई जाएगी
जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण सुरक्षा हमारी साझा और मुख्य प्राथमिकता रही है. इस दिशा में हमने पहले ही International Solar Alliance स्थापित किया था, जो अब एक Movement बन गया है.
पीएम मोदी ने कहा, रक्षा सहयोग हमारे संबंधों का एक मजबूत स्तंभ रहा है. यह दोनों देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है. Make in India और “आत्मनिर्भर भारत” में फ्रांस एक अहम पार्टनर है.
हम फ्रांस के दक्षिण में, मार्सिले शहर में नया भारतीय वाणिज्यिक दूतावास खोलेंगे. फ्रांस में पढ़े हुए भारतीय मूल के लोगों के लिए लॉन्ग टर्म वीजा देने के निर्णय का हम स्वागत करते हैं.
इंडो पेसिफिक के रेजीडेंट पावर के रूप में इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए भारत और फ्रांस की विशेष जिम्मेदारी है. हमारे सहयोग को एक रचनात्मक स्वरूप देने के लिए हम ‘इंडो पेसिफिक कॉर्पोरेशन रोडमैप’ पर काम कर रहे हैं.