हरि की नगरी हरिद्वार में खिला ब्रह्मकमल
पुष्प उत्तराखंड का राज्य पुष्प ब्रह्मकमल जो कि हिमालय के पहाड़ों में बर्फ के बीच में खिलता है। ब्रह्मकमल बहुत ही दुर्लभ प्रकार की पुष्प जाति में आता है। यह कुदरत का करिश्मा है। और इस ब्रह्मकमल पुष्प की खासियत यह हैं। की यह ब्रह्मकमल पुष्प बहुत कम समय के लिए खिलता है। और कुछ समय खिलने के बाद यह अपने आप ही बंद हो जाता है। ब्रह्मकमल पुष्प की महक इतनी होती है। कि यह जहां पर लगा होता है। वहां आसपास अति सुंदर महक वाली खुशबू फैल जाती है। पौराणिक मान्यता यह भी है। कि इस पुष्प में विष्णु और लक्ष्मी दोनो वास करते हैं। वही हरि की नगरी हरिद्वार में भी ब्रह्म कमल खिला है। यह अपने आप में एक बहुत बड़ी बात हैं। ब्रह्मकमल पुष्प को भगवान विष्णु का प्रिय पुष्प माना जाता है। और देवी लक्ष्मी को अर्पित किया जाता है। यह दुर्लभ पुष्प आज हरिद्वार में एक परिवार के घर में खिला है। बेंगलुरू की नर्सरी से ब्रह्मकमल का छोटा पौधा रामवतार शर्मा निवासी निरंजनी अखाड़ा मायापुर लेकर आये थे ब्रह्मकमल खिलने की आस में उन्होंने पौधे को सींचा और इसका रखरखाव किया आज उनके द्वारा पौधे को सीचने के बाद दो फूल खिले है। यह फूल चंद घंटे ही खिलते है।