संजय सिंह के ऊपर फेंकी गई काली स्याही, पीड़ित परिवार से मिले
हाथरस। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के नेृतत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को दोपहर में मृत दलित बालिका के परिवार के लोगों से मिला। आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल पर वापसी के समय काली स्याही फेंकी गई और पीएफआइ के दलाल कहकर जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग कर इनको वहां से निकाला।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के साथ दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, विधायक राखी बिड़लान, पंजाब में आम आदमी पार्टी विधायक दल के नेता हरपाल सिंह चीमा के साथ दिल्ली के विधायक रोहित म्हरौलिया व पवन शर्मा भी थे। इन सभी ने बूलगढ़ी गांव जाकर पीड़ित परिवार से भेंट की। इसके साथ ही इन सभी ने पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष का भी आश्वासन दिया। आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने पीडि़त परिवार को राशन तथा सब्जी भी प्रदान की। सांसद संजय सिंह ने कहा कि सरकार का बयान झूठा और हास्यास्पद है। सरकार ने जनता को मुद्दों को भटकाने की कोशिश है। हमारी तो यही मांग है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं। इसके साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा दीजिए।
संजय सिंह ने कहा कि यहां पर किसी भी आदमी को आने नहीं दे रहे हैं। सब को डंडों से मार रहे हैं। योगी जी क्या कहना चाहते हैं, वह अपने आप को चौकीदार कहते थे। उत्तर प्रदेश की सरकार दरिंदों को बचाने में जुटी हुई है। संजय सिंह ने कहा कि 22 सितंबर की रिपोर्ट देखिए जिसमें साफ कहा जा रहा है कि बेटी का दुष्कर्म हुआ है। उन्होंने कहा कि गुड़िया का बयान माना जाना चाहिए क्योंकि अपनी जान गंवाने से पहले उसने दरिंदों का नाम बताया, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीबीआई ने केस को टेकओवर भी नहीं किया है, यह सिर्फ और सिर्फ उत्तर प्रदेश सरकार का मुंह जबानी बयान है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा दंगों की बात कर रही है, ये तो भाजपा का जन्मसिद्ध काम है। भाजपा का काम दंगे और जातिवाद फैलाने का रहा है।
इस परिवार से भेंट करने के बाद वापस आते समय जब संजय सिंह मीडिया से बात कर रहे थे, तो कुछ लोगों ने राज्यसभा सदस्य संजय सिंह पर काली स्याही भी फेंकी। राज्यसभा सांसद संजय सिंह और विधायक राखी बिड़लान पर एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी। उनके गांव से बाहर आते ही राष्ट्रीय स्वाभिमान दल के दीपक शर्मा ने कार में बैठे संजय सिंह और राखी बिड़लान पर स्याही फेंकी। इसके साथ ही वहां पर कुछ लोगों ने संजय सिंह को संबोधित करते हुए जमकर नारेबाजी की। यह लोग पीएफआइ (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के दलालों वापस जाओ का नारा भी लगा रहे थे।
इससे पहले प्रशासन ने गांव के मोड़ से 500 मीटर पहले बेरिकेडिंग पर आप नेताओं की गाड़ियां रोक दी गयी थीं। जिला प्रशासन की गाड़ी में उन्हें गांव भेजा गया था। वहां से लौटने के दौरान उनपर सिपाही फेंकी गई। इस दौरान वापस जाओ वापस जाओ के नारे लगे वहीं आप कार्यकर्ताओं ने भी हंगामा किया।इसके बाद आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता हंगामा करने वाले लोगों से भिड़ने लगे। हंगामा करने वालों ने उनको भी पीट दिया। वहां पर माहौल बिगड़ने पर पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा।
डॉ. आम्बेडकर के परिवार के लोग भी मिले
बूलगड़ी के पीड़ित परिवार से संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आम्बेडकर के परिवार से सदस्य राज रतन ने मुलाकात की। उन्होंने सारा दोष डीएम पर मढ़ने के साथ डीम को जेल भेजने की व्यवस्था करने का भरोसा भी दिलाया।