ईरान में प्रदर्शनकारियों (protesters in Iran)के काले दिन
तेहरान. ईरान में पुलिस हिरासत में हुई छात्रा महसा अमीनी की मौत के बाद से हिजाब के विरोध में हुए प्रदर्शनों (protesters in Iran) पर सरकार लगातार सख्ती से पेश आ रही है. ईरान की अदालत करीब हजार लोगों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना चुकी है. देश की कट्टरपंथी न्यायपालिका तेहरान में अशांति के लिए दोषी ठहराए गए लगभग 1,000 लोगों का सार्वजनिक परीक्षण करने जा रही है. ईरान के इस कदम को महसा अमिनी की मौत के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों को कुचलने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है.
तेहरान के मुख्य न्यायाधीश का हवाला देते हुए कहा कि लगभग 1,000 लोगों को प्रदर्शनों के दौरान तोड़ फोड़, सुरक्षा गार्डों पर हमला करने और सार्वजनिक संपत्ति में आग लगाने के मुकदमों में आरोपी बनाया है.आरोपियों पर कोर्ट ट्रायल इस सप्ताह से सार्वजनिक रूप से आयोजित किया जाएगा.
सरकार के खिलाफ हथियार उठा रही लड़कियां
ईरान में पुलिस हिरासत में हुई अमीनी की मौत के बाद से हिजाब के विरोध में महीनों से लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि हिंसक प्रदर्शनों के बावजूद इस्लामिक ईरानी सरकार हिजाब के मामले पर टस से मस होने को तैयार नहीं है. ऐसे में प्रदर्शनों के बावजूद जब सरकार बात नहीं सुन रही है तो देश की बहादुर लड़कियां कूर्द लड़ाकों के साथ हाथ मिलाने लगी हैं. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक कई लड़कियों ने कूर्द लड़ाकों के साथ मिलकर हथियारों की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान में चारों और महिलाओं के विरुद्ध फैली हिंसा को देखते हुए लड़कियां बड़ी तादाद में अपनी आजादी के लिए हथियार उठा रही हैं.