विधानसभा के विशेष सेशन का भाजपा लगातार कर रही विरोध

चंडीगढ़ । विधानसभा (special session) में पंजाब से जुड़े 6 मुद्दे उठाए गए। इनमें करप्शन, अधूरे वादे, खेती-किसानी, बढ़ती नशाखोरी, एससी/ओबीसी और लॉ एंड ऑर्डर की बिगड़ती स्थिति शामिल रही। पंजाब में अमन-कानून की स्थिति बदतर हो चुकी है। सरकार ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए ऑपरेशन लोटस जैसे बहाने बनाए। राज्य को कर्ज से उबारने के लिए सरकार (special session) के पास कोई योजना नहीं है।
आम आदमी पार्टी सरकार ने यह सेशन GST, बिजली और पराली के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जैसे ही विश्वास प्रस्ताव पेश किया, BJP के दोनों विधायक उसका विरोध करते हुए सदन का बायकॉट कर बाहर आ गए। इसके बाद दोनों MLA चंडीगढ़ के सेक्टर-37 में पार्टी की ‘जनता की विधानसभा’ में पहुंचे।
मीटिंग के बाद कैप्टन् ने कहा कि कांग्रेस में छोटी सोच के लोग हैं। इसी कारण पिछले साल उन्होंने खुद सोनिया गांधी के सामने इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी। कांग्रेस में लगातार टांग खींचने का दौर जारी रहा इसलिए उन्होंने पार्टी ही छोड़ दी।
पंजाब विधानसभा के विशेष सेशन को लेकर भाजपा ने प्रदेश इकाई की कोर कमेटी की मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में हाल ही में भाजपा जॉइन करने वाले पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी पहुंचे थे। इस मीटिंग में ही फैसला लिया गया कि विधानसभा सत्र के पैरलल BJP जनता की विधानसभा लगाएगी।