BJP ने चुनाव आयोग का डाटा देखकर किया बड़ा बदलाव !!

लखनऊ – बूथ पर मतदाताओं की संख्या 1,500 से घटाकर 1,200 कर दिया है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अपनी बूथ समितियों में भी बड़ा बदलाव किया है। भाजपा ने प्रदेश भर में अपनी बूथ समितियों की संख्या बढ़ा दी है। इन समितियों में पार्टी नेताओं के अलावा पार्टी के सभी फ्रंटल संगठनों के अन्य पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। बूथ लेवल पर अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। जिसके बाद प्रदेश भर में अपनी बूथ समितियों की संख्या में भी इजाफा किया है।
सोवियत संघ की तरह हो सकता है पतन !!!
महिलाओं को प्राथमिकता – एक पार्टी पदाधिकारी, “महिलाओं को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है, ताकि डोर-टू-डोर कैंपेन हर घर की महिलाओं तक पहुंच सके। इसमें हर जाति और वर्ग के कार्यकर्ताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है। ये संगठनात्मक परिवर्तन हैं, जो बदलती परिस्थितियों के साथ होते रहते हैं। चूंकि बूथों की संख्या में वृद्धि हुई है, इसलिए हमारी बूथ समितियों का भी उसी के अनुसार विस्तार किया जा रहा है।” इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी के कार्यकर्ता एक बूथ पर हर मतदाता तक पहुंचें। उन्होंने कहा कि इससे ‘पन्ना प्रमुख’ के कर्तव्य में भी मामूली बदलाव आएगा, जिसका काम सूची के हर वोट से जुड़ना है।
पन्ना प्रमुख सहित कई अन्य पदाधिकारी – उन्होंने कहा, “पन्ना प्रमुखों सहित बूथ स्तरीय समिति के सदस्यों ने पहले ही संबंधित मतदाताओं के घरों का दौरा करना शुरू कर दिया है और उन्हें पार्टी की उपलब्धियों से अवगत कराया है और उन्हें मतदान के दिन बाहर आने और मतदान करने के लिए प्रेरित किया है।” आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव इस समय चल रहा है। चुनाव आयोग द्वारा इसकी घोषणा हो चुकी है। इसे कुल 7 चरणों में पूरा किया जाएगा। 10 मार्च को इसकी गिनती शुरू होगी। संभावित रिज़ल्ट भी उसी दिन आ जाएगा।