पुतिन समेत दुनिया के बड़े नेता लेंगे जी-20 में हिस्सा(जी-20 )
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीइस महीने भारत की अध्यक्षता के समापन से पहले दिल्ली घोषणा के कार्यान्वयन पर विचार-विमर्श करने के लिए आज शाम को जी- 20 नेताओं के एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे. जी-20 (जी-20 ) शेरपा अमिताभ कांत ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि वर्चुअल बैठक में वैश्विक नेताओं की वैसी ही मौजूदगी देखने की उम्मीद है जैसी 9-10 सितंबर को नई दिल्ली के भारत मंडपम में देखी गई थी. अमिताभ कांत ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद जी-20 का एक नर्चुअल शिखर सम्मेलन बहुत ही दुर्लभ और असाधारण है.
अब तक किसी अन्य अध्यक्ष देश ने एक न्यायसंगत और बराबरी वाली दुनिया के लिए दिए गए मार्गदर्शन को आगे बढ़ाने के लिए ऐसी बैठक आयोजित नहीं की. आज की इस वर्चुअल बैठक का उद्देश्य सितंबर में नई दिल्ली में आयोजित 18वें जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में सभी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से सहमत दिल्ली घोषणा को लागू करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करना है. कांत ने कहा कि घोषणापत्र ने बहुत महत्वाकांक्षी, समावेशी, निर्णायक और कार्रवाई-उन्मुख तरीके से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए जी20 नेताओं की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया.
गौरतलब है कि 10 सितंबर को नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि भारत एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. बैठक में अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित जी20 देशों के नेताओं के साथ-साथ नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है. भारत के पास 30 नवंबर तक G20 की अध्यक्षता है. 2024 में ब्राजील की G20 की अध्यक्षता के दौरान G20 की टॉप तिकड़ी में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका शामिल होंगे. भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को एक साल के लिए जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की और अगले साल तक वह शीर्ष तिकड़ी का हिस्सा बना रहेगा.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी आज वर्चुअल जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. वर्चुअल जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन आज शाम 5.30 बजे से आयोजित किया जाएगा. G20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक मंच है. इसमें 19 देश शामिल हैं. जिनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं. G20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार का 75 फीसदी से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं.