main slideअंतराष्ट्रीय

बाइडन ने किया जीत का दावा, ट्रंप ने लगाया गड़बड़ी का आरोप

वॉशिंगटन अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव को लेकर काउंटिंग जारी है और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन तथा रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप में कांटे की टक्कर है। बाइडन ट्रंप से आगे चल रहे हैं।इससे पहले ट्रंप बाइडन को कड़ी टक्कर दे रहे थे। संसदीय (कांग्रेस) चुनाव में डेमोक्रेट प्रतिनिधि सभा में बहुमत हासिल करने की ओर अग्रसर हैं जबकि सीनेट में मुकाबला काफी करीबी हो गया है। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक ट्रंप ने ओहियो और फ्लोरिडा समेत 16 राज्यों पर कब्जा किया है जबकि बाइडन ने न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया समेत 12 राज्यों में बढ़त हासिल की है। ताजे अपडेट के अनुसार 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट जीतने की दौड़ में बाइडन वर्तमान में 220 सीटों पर आगे चल रहे हैं जबकि ट्रंप भी बहुत पीछे नहीं है और 213 सीटों पर आगे चल रहे हैं। दोपहर को कुछ समय के लिए अमेरिका के कुछ शहरों में काउंटिग रोक दी गई थी। इस पर डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी आया था कि कुछ गड़बड़ हो रही है और वे इस मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे। हालांकि कुछ समय बाद काउंटिंग फिर से शुरू हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काउंटिंग के बीच ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि हमें उम्मीद के मुताबिक जीत मिल रही है, साथ ही कहा कि वो अबतक जीत चुके हैं। ट्रंप ने कहा कि मैं अमेरिकी लोगों का शुक्रिया करना चाहता हूं, लाखों लोगों ने हमारे लिए वोट किया है।

उन्होंने कहा कि हमने टेक्सास, फ्लोरिडा बड़े अंतर से जीता लेकिन इन वोटों को जोड़ा नहीं जा रहा है। ट्रंप से पहले डेमोक्रेट्स पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन ने भी अपनी जीत का दावा कर दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार मेल-इन वोट अधिक हैं ऐसे में जीत के लिए धैर्य रखना होगा। जो बाइडेन ने कहा कि हम चुनाव जीतने जा रहे हैं, हमें पता था कि नतीजों में वक्त लगेगा. हमें इंतजार करना होगा, जबतक हर एक बैलेट की गिनती नहीं हो जाती है हम इंतजार करेंगे इस चुनाव में हुए मतदान को वास्तव में ट्रंप के पहले कार्यकाल को लेकर जनमत संग्रह माना जा रहा है। इस साल सामने आये वैश्विक महामारी कोरोन वायरस तथा अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव और अश्वेत लोगों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता के आरोपों पर नागरिक अशांति जैसे मुद्दों को लेकर ट्रंप को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा ट्रंप की ‘अमेरिका फस्र्ट नीति ने देश के वैश्विक स्थायी गठबंधन और व्यापार संबंधों में व्यापक बदलाव लाए हैं।

इसके कारण पूरे विश्व की नजर अमेरिकी मतदाताओं के इस जनादेश पर टिकी हुई है।मतदान की समय सीमा खत्म होते ही मतगणना शुरू हो जाएगी और संभावना है कि 4 नवंबर शाम को ही पता चल जाएगा कि डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने रहेंगे या उनकी जगह डेमोक्रेट पार्टी के जो बाइडेन सत्ता संभालेंगे। लेकिन पुख्ता तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि इस बार वोटिंग के दिन यानी 3 नवंबर के रात में ही चुनाव परिणामों की घोषणा हो जाएगी। क्योंकि पेन्सिलवेनिया, मिशिगन के अफसर कह चुके हैं कि काउंटिंग में उन्हें तीन दिन लग सकते हैं। वैसे भी इस बार अमेरिकी चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक है। खासकर कोरोना के दौर में चुनाव का होना।

डिक्सविले नॉच में पहली वोट डालने वाले लेस ओट्टेन ने कहा कि वो हमेशा से रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन के लिए वोट डाला है। ओट्टेन ने एक वीडियो मैसेज में बताया कि मैं डोनाल्ड ट्रंप से कई मुद्दों पर असहमत हूं इसीलिए मैंने अपना वोट उसे दिया है, जो पूरे देश को एक सूत्र में पिरो सकता है। डिक्सविले नॉच में चार अन्य मतदाताओं ने भी ट्रंप की जगह जो बाइडेन के समर्थन में मतदान किया। वहीं, मिल्सफील्ड में 16 मतदाताओं में से 5 ने ट्रंप के पक्ष में मतदान किया।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button