भगवंत मान सरकार के पास कर्मचारियों का वेतन देने के भी पैसे नहीं बचे ?

पंजाब में विभिन्न सरकारों विभागों में तैनात सरकारी कर्मचारियों को आज बुधवार तक भी अपना वेतन नहीं मिला पाया. इसमें स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, शिक्षा विभाग और कृषि विभाग शामिल हैं, जहां कर्मचारियों को वेतन ना मिलने की परेशानी से जूझना पड़ा. मामला मीडिया में उछला तो प्रदेश की भगवंत मान सरकार ने इस संबंध में सफाई दी.
वेतन भुगतान में क्यों हुई देरी
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने वेतन भुगतान की देरी का बचाव करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने करीब 9000 संविदा कर्मचारी को नियमित किया है. कर्मचारियों को नियमित करने की प्रकिया चलते वेतन में भुगतान में तीन-चार दिन की देरी हुई है. उन्होंने कहा कि आज सभी कर्मचारी का वेतन जारी कर दिया गया है. बकौल हरपाल सिंह चीमा इसी समय में 18 हजार नई भर्तियों को भी मंजूरी दी गई है.

शाम तक खातों में पहुंच जाएगा वेतन
वेतन में देरी के सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि आज शाम तक सभी का वेतन उनके खातों में पहुंच जाएगा. सिर्फ वेतन भुगतान की प्रक्रिया में देरी हुई है. पंजाब में पैसे के कोई कमी नहीं है. मालूम हो कि इससे पहले मीडिया में खबर आई कि पंजाब सरकार ने वेतन भुगतान के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से एक हजार करोड़ रुपये उधार मांगे हैं. हालांकि सरकार का दावा है कि वेतन जारी कर दिया गया है.
भाजपा ने साधा निशाना
दरअसल केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने पंजाब सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों को अगस्त का वेतन नहीं देने की एक खबर को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि भगवंत मान नीत पंजाब सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है और अपने कर्मचारियों को अभी तक अगस्त का वेतन नहीं दे पाई है.