दही हांडी में शामिल होने वाले गोविंदाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ

मुंबई । दही हांडी (government schemes) उत्सव के दौरान गोविंदाओं का ग्रुप मैदान, सड़क या कम्पाउंड में इकट्ठा होता है और पिरामिड बनाकर ऊंचाई पर लटकी मिट्टी की मटकी को तोड़ते है। मायानगरी (government schemes) में हर साल होने वाली दही हांडी उत्सव की धूम पूरी दुनिया में हैं। सिर्फ देश ही नहीं विदेश से भी लोग यहां दही हांडी उत्सव देखने आते हैं।
हांडी फोड़ने पर कुछ मंडल करोड़ों का इनाम भी देते हैं। खास यह है कि दही-हांडी अब सिर्फ गोकुलाष्टमी या जन्माष्टमी के वक्त ही नहीं बल्कि साल के 365 दिन एक एडवेंचर स्पोर्ट के तौर पर खेला जा सकेगा।मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि दही हांडी में शामिल होने वाले गोविंदाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ, सरकारी नौकरियों में 5 फीसदी आरक्षण भी दिया जाएगा।
जल्दी ही प्रो कबड्डी के नियमों के आधार पर राज्य में दही हांडी प्रतिस्पर्द्धा भी शुरू की जाएगी। गंभीर रूप से जख्मी होने पर 7 लाख 50 हजार रुपए की रकम मदद के तौर पर दी जाएगी।
यानी अगर ऐसी किसी दुर्घटना में अगर कोई गोविंदा दोनों आंखें या दोनों पैर या दोनों हाथ या शरीर के कोई दो अहम अंग गंवा देता है तो उसे साढ़े सात लाख रुपए की रकम राज्य सरकार की ओर से मदद के तौर पर दी जाएगी। ऐसी किसी दुर्घटना में कोई गोविंद अगर एक हाथ या एक पैर या शरीर का कोई अंग गंवा बैठता है तो ऐसी स्थिति में उसे 5 लाख रुपए की रकम मदद के तौर पर दी जाएगी।