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बीबीएयू ने प्रवेश नीति, पीएचडी गाइडलाइन और नॉन-नेट फेलोशिप को लेकर जारी की चार महत्वपूर्ण अधिसूचनाएं 82वीं अकादमिक काउंसिल बैठक के निर्णयों के आधार पर जारी की गई अधिसूचनाएं, कुलपति ने कहा— गुणवत्तापूर्ण शोध और पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता !

लखनऊ -: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू), लखनऊ द्वारा आगामी शैक्षणिक सत्र को गुणवत्तापूर्ण और छात्र हितैषी बनाने की दिशा में चार अहम अधिसूचनाएं जारी की गई हैं। ये अधिसूचनाएं विश्वविद्यालय की 82वीं अकादमिक काउंसिल की बैठक में लिए गए निर्णयों पर आधारित हैं और इनमें स्नातक (यूजी) व स्नातकोत्तर (पीजी) की प्रवेश नीतियों के साथ-साथ पीएचडी कार्यक्रम की नई गाइडलाइन और नॉन-नेट फेलोशिप के संशोधित नियम शामिल हैं।

यूजी पाठ्यक्रमों के लिए सत्र 2025-26 की प्रवेश नीति को मंजूरी दी गई है। इस नीति के अंतर्गत छात्र ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी दिशा-निर्देश संबंधित विभागों और अमेठी परिसर तक भेज दिए हैं ताकि प्रक्रिया समयबद्ध और समन्वित रूप से संपन्न हो सके।पीजी पाठ्यक्रमों के लिए भी इसी सत्र की नई प्रवेश नीति स्वीकृत की गई है, जो पूरी तरह गुणवत्ता आधारित और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इस प्रक्रिया में भी ऑनलाइन आवेदन प्रणाली अपनाई जाएगी, जिससे छात्रों को सुगमता और समान अवसर प्राप्त हों।

पीएचडी कार्यक्रम को लेकर कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल का विशेष संदेश अधिसूचना के साथ साझा किया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का पीएचडी पाठ्यक्रम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के अनुरूप विकसित किया गया है, जो लचीलापन, अंतर्विषयी दृष्टिकोण और उद्योग व समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप अनुसंधान को जोड़ता है। कुलपति ने यह भी कहा कि बीबीएयू ने शिक्षा, नवाचार और सामाजिक प्रतिबद्धता के क्षेत्र में देशभर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है,

जिसकी पुष्टि A++ NAAC प्रत्यायन और NIRF की राष्ट्रीय रैंकिंग में 33वें स्थान से होती है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय का प्रयास है कि शोधार्थियों को उत्कृष्ट मार्गदर्शन, अत्याधुनिक अनुसंधान संसाधन और विशेषज्ञ संकाय का सहयोग मिले।इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय प्रशासन ने नॉन-नेट फेलोशिप के दिशा-निर्देशों में संशोधन कर नई रूपरेखा जारी की है। यह पहल उन शोधार्थियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगी, जो यूजीसी-नेट या जेआरएफ के अंतर्गत नहीं आते लेकिन अनुसंधान के लिए गंभीर और योग्य हैं। इस निर्णय से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को शोध के क्षेत्र में नई संभावनाएं मिलेंगी।अभ्यर्थी और छात्र प्रवेश नीति, नियमावली व अन्य सभी जानकारियों के लिए विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.bbau.ac.in पर विजिट कर सकते हैं। पीएचडी नियमावली 2023, आचार संहिता और यूजीसी-नेट संबंधित विवरण भी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।इन नीतिगत निर्णयों से यह स्पष्ट है कि बीबीएयू प्रशासन शैक्षणिक गुणवत्ता, पारदर्शिता और समावेशिता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए छात्रों और शोधार्थियों के हित में ठोस कदम उठा रहा है।

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