लखनऊ

अयोध्या पंचांग देश की सांस्कृतिक विरासत को गॉव-गॉव तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा !

लखनऊ: 19 अप्रैल – उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने 2-एनएमआर विक्रमादित्य मार्ग लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर आज भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को सजोये हुए भारतीय नववर्ष विक्रम सम्वत् 2080 शक सम्वत् 1945 सन् 2023-24 का अयोध्या पंचांग टेबल कैलेण्डर का विमोचन किया। इस अवसर पर श्री जयवीर सिंह ने कहा कि केन्द्र एवं उ0प्र0 सरकार भारत की प्राचीन गौरवशाली संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्द्धन करके गॉव-गॉव तक पहंुचाने के साथ ही युवा  पीढ़ी को इसकी महत्ता की जानकारी देना चाहती है।

इसके अलावा प्राचीनकाल से सनातन संस्कृति में प्रचलित पंचांग के महत्व से परिचित कराने का हरसंभव प्रयास कर रही है। इसी दिशा में संस्कृति विभाग उ0प्र0 की ओर से अयोध्या पंचांग तैयार कराया गया है। इस पंचांग में कालगणना की विश्वसनीय गणना के साथ ही समस्त धार्मिक पर्वों, मासों, नक्षत्रों आदि की सटीक जानकारी दी गयी है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि सनातन संस्कृति में पंचांग प्राचीनकाल से ही प्रचलित रहे हैं। इनकी गणना के अनुसार सारे शुभ कार्यों की शुरूआत की जाती है। भारतीय जनमानस में इनकी विश्वसनीयता आदिकाल से बनी हुई है। इसमें शक सम्वत्, वेद, नक्षत्रों तथा ज्योतिष गणना से संबंधित विभिन्न जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि यह पंचांग सभी लोगों के लिए उपयोगी एवं संग्रहणीय हो सके, इसके लिए हर संभव प्रयास किया गया है। इस अवसर पर अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक श्री लवकुश द्विवेदी सहित संस्कृति विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

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