नाराज चीन की ताइवान एयरस्पेस में घुसपैठ

बीजिंग/ताइपे । अमेरिकी संसद (airspace) की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने 2 अगस्त को ताइवान दौरा किया था। इस दौरे से नाराज चीन 3 अगस्त से ताइवान के आसपास के इलाकों में मिलिट्री ड्रिल कर रहा है। चीन की ओर से दागी गई 5 बैलिस्टिक मिसाइलें गुरुवार को जापान के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ) में गिरीं।
जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने गुरुवार को डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए इस घटना का विरोध दर्ज कराया था। ताइवानी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, शुक्रवार को मिलिट्री ड्रिल के दूसरे दिन चीन के 68 फाइटर जेट्स ने ताइवानी एयरस्पेस (airspace) में घुसपैठ की। वहीं, 13 वॉरशिप्स ने ताइवान स्ट्रेट (मीडियन लाइन) को पार किया।
विदेश मंत्री वांग यी ने कहा- US संसद की स्पीकर ने हमारे आंतरिक मामलों में दखल दिया है। उन्होंने वन-चाइना पॉलिसी का उल्लंघन किया है। चीन के विरोध के बावजूद पेलोसी ने ताइवान जाकर क्षेत्र की शांति को खतरे में डाला है।
वहीं, ताइवानी डिफेंस मिनिस्ट्री ने कहा- हमने एहतियात के तौर पर मिसाइल सिस्टम तैनात कर दिया है। हम चीन की हरकत पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। मॉनिटरिंग के लिए कुछ एयरक्राफ्ट और शिप को रवाना किया गया है।
इधर, चीन ने अमेरिका से डिफेंस पॉलिसी कोऑर्डिनेशन पर बातचीत रद्द करने का ऐलान किया है। साथ ही US के साथ समुद्र में सैन्य सहयोग पर भी रोक लगा दी है।
इससे पहले शुक्रवार को चीन ने नैंसी पेलोसी पर प्रतिबंध भी लगाए हैं। हालांकि, चीन ने किस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, ये स्पष्ट नहीं हैं। पेलोसी की ताइवान यात्रा के जवाब में चीन ने 8 कार्रवाइयों का ऐलान किया है।