अमेरिकी युवा तेजी से यूरोपीय देशों की तरफ पलायन

वॉशिंगटन । दुनिया (emigration) के लाखों लोग अमेरिकन ड्रीम्स को जीना चाहते हैं, लेकिन अमेरिकी युवा तेजी से यूरोपीय देशों की तरफ पलायन (emigration) कर रहे हैं। इस दौरान लोग महंगे इलाज के चलते अस्पताल जाने से भी बचते रहे। नियमित चेक-अप नहीं करवा पाए।
ऐसे में बेहतर जिंदगी की उम्मीद में अमेरिकी यूरोपीय देशों पर भरोसा जता रहे हैं। साल 2020 में हत्या के आंकड़े भी 30% तक बढ़े। यह नया ट्रेंड है, क्योंकि अब तक अमेरिका में रिटायर हो चुके लोग इटली, पुर्तगाल, स्पेन, ग्रीस और फ्रांस जैसे देशों में आकर बसते रहे हैं।
कैलिफोर्निया की जेन विटमैन पति और बच्चों के साथ पुर्तगाल में रहने लगी हैं। वह बच्चों को अलग माहौल में पालना चाहती हैं। एक ऐसे माहौल में, जहां पढ़ने के लिए कर्ज न लेना पड़े और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं हों। ग्रीस, पुर्तगाल, इटली आदि देशों में बीते साल की तुलना में अमेरिकियों की संख्या 45% तक बढ़ी है।
अमेरिकियों के आने से इटली की कई कंपनियों की कमाई भी बढ़ गई है। कोरोना के दौरान कामगार वर्ग को महसूस हुआ कि वे निजी और पेशेवर जिंदगी में फर्क नहीं कर पा रहे हैं। इस वजह से अमेरिका में 2021 में 4 करोड़ से ज्यादा लोगों ने नौकरी छोड़ी है।
पलायन की प्रमुख वजह डॉलर का मजबूत होना, अमेरिका में महंगा इलाज, गन कल्चर के चलते बढ़ता क्राइम है। डॉलर मजबूत होने से अमेरिकी नागरिक दूसरे देशों में आसानी से कम पैसे में विलासिता भरा जीवन बिता लेते हैं।