दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में दखल न देने के अमेरिकी दावे की खुली पोल

बांग्लादेश (american claims) अमेरिका और रूस के बीच जुबानी जंग का विवाद 14 दिसंबर को शुरू हुआ, जो अब तक नहीं थमा है। बीएनपी के नेता को 2013 में जबरन गायब कर दिया गया था। तब से वे अपने घर नहीं लौटे।
अमेरिकी दूतावास (american claims) ने बयान में कहा कि उसने मसला बांग्लादेश सरकार से सर्वोच्च स्तर पर उठाया है। मानवाधिकार के सभी हनन मामलों को गंभीरता से को लेता है।
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बांग्लादेश जैसे मुल्क किसी अन्य देश के निर्देश के मुताबिक नहीं, बल्कि अपने राष्ट्रीय हितों की पूर्ति के लिहाज से अपनी विदेश और आंतरिक नीति को तय करते हैं।’दूतावास की इस पहल पर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिकी दूतावास की गतिविधि से दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में दखल न देने के अमेरिकी दावे की पोल खुल गई है।
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बड़ा व्यापार पार्टनर होने के नाते अमेरिका बांग्लादेश के लिए काफी अहम है। हाल में उससे सस्ती दरों पर कच्चा तेल लेने की पहल ने रूस बांग्लादेश के लिए अहम बना दिया। बांग्लादेश की विदेश नीति के सामने घटनाक्रम का असर घरेलू राजनीति पर भी पड़ेगा।’