उत्तराखंड
चुनाव में जो भी लोग खड़े हैँ 20 दिन तक खड़े ही रहेंगे क्या ! हास्य लेख
नगर निकाय में एक सज्जन बोले मैं कांग्रेस से खड़ा हूँ एक कह रहे हैँ मैं निर्दलीय खड़ा हूँ मैंने कहा भईया बैठ जाओ तो वो नाराज होने लगे बोले क्यों बैठ जाऊँ चाहें कोई कितना भी कहे मैं तो नहीं बैठूंगा,,बड़े आये बैठाने वाले,,, जाओ अपना काम करो,, मैंने तो इसलिए कहा था कि भाई सर्दी का सीजन हैँ कब तक खड़े रहोगे सर्दी में कहीं अकड़ गए तो फिर समझो हो गया काम तमाम,, यानि मतदान 23 जनवरी को है तब तक ये खड़े ही रहेंगे,, बड़ा हौसला है |
खड़े होने का भी अपना अपना अभ्यास है,, कोई चेयरमैन के लिए खड़ा है कोई सभासद के लिए खड़ा है, ये तो एक सजा है भाई बीस दिन तक खड़े रहना कोई मामूली बात नहीं होती,, एक भईया बोले मेरी औरत खड़ी है हमने कहा थोड़ा तो शर्म कर लो आदमी का तो चल जायेगा क्यों कि आदमियों को अभ्यास है प्राचीन काल में भगीरथ ने सैकड़ो साल खड़े खड़े तपस्या की थी यह तो सभी को मालूम है लेकिन औरत को बीस दिन खड़े रखना अच्छी बात नहीं होती