खालिस्तान मूवमेंट( movement) को लेकर अलर्ट

चंडीगढ़. पंजाब में एक बार फिर खालिस्तानी मूवमेंट ( movement) के एक्टिव होने के संकेत मिल रहे हैं. पंजाब के लिए सरदर्द बन रहा अमृतपाल और खालिस्तान को लेकर देश की सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में एक बड़ा अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण बात युवाओं को भड़काए जाने की बात कही गई है. पुराने खालिस्तानी आतंकी जो अलग अलग एजेंसियों या पुलिस कार्रवाई में मारे जा चुके हैं अब उनके शहीद समागम बढ़ेंगे तो आने वाले वक्त में पंजाब और उन शहीद समागम नाम के कार्यक्रम में रेडीकल ग्रुप शामिल होकर एंटी इंडिया ऑपरेशन की मुहिम छेड़ेंगे.
बताया जा रहा है कि कार्यक्रमों के नाम पर युवाओं को भड़काया जाएगा और पंजाब का माहौल खराब किया जाएगा. पंजाब का माहौल खराब करने के लिए प्रो खालिस्तानी आतंकी ग्रुप पंजाब के गैंगस्टरों का बेजा इस्तेमाल करेंगे. डेरा सच्चा सौदा से कुछ खास समर्थकों को कोर्ट में पेशी के दौरान और अस्पताल में मेडिकल एग्जामिनेशन के दौरान टारगेट किलिंग का टास्क सौंपा गया है. डेरा प्रेमी प्रदीप सिंह हत्याकांड के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने विदेशों में बैठे फॉरेन टेररिस्ट गैंगस्टरों की मूवमेंट पैटर्न पर खास नजर रखने को कहा गया है, क्योंकि अलर्ट में कहा गया है की जिस तरह से पुलिस सुरक्षा के बीच लगातार पंजाब में किलिंग हो रही है उसके पीछे दिमाग विदेशों में बैठे आतंकियों का है.
क्रिश्चियन समुदाय और आरएसएस निशाने पर
22 अक्टूबर को पंजाब के मानसा में अमृतपाल की सभा पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर बनी हुई थी, जिसमें उसने तमाम जत्थेबंदियों को कहा है कि पंजाब में नया डेरा न खोला जाए. अलर्ट में बताया गया है कि प्रो खालिस्तान समर्थकों और अमृतपाल के निशाने पर देश के क्रिश्चियन समुदाय के लोग भी हैं. अलर्ट में कहा गया है कि RSS नेताओं और क्रिशचन समुदाय से जुड़े व्यक्ति विशेष के लोगों पर खतरा ज्यादा मंडरा रहा है.
विभाजनकारी नारेबाजी पर नजर
राधा स्वामी सत्संग व्यास को लेकर भी अमृतपाल के बयानों को सुरक्षा एजेंसियों बेहद गंभीरता से ले रही है. अमृतपाल के एक और बयान जिसमें उसने कहा है की अब इंकलाब जिंदाबाद नहीं बोला जाएगा. पंजाब में खालसा जयकारा होगा. इस पर भी सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर है. अलर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल पंजाब के युवाओं को भड़का रहा है.