करोड़ों के गबन में फंसे आगरा के शिक्षक
फिरोजाबाद । फिरोजाबाद (Teacher) के टूंडला में तैनात आगरा के शिक्षक करोड़ों के गबन में फंसे तो शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। इससे पहले शिक्षक (Teacher) 4 स्कूलों के निर्माण प्रभारी रहते हुए 36 लाख रुपये के गबन के आरोप में जेल जा चुका है।
सरस्वती आवासीय समिति की ओर से पिछले 5 सालों से मिड डे मील की आपूर्ति के रिकॉर्ड खंगाले गए तो मामला खुलता गया। अधिकारी बदलते गए, लेकिन जांच जारी रही। पिछले महीने विजिलेंस विभाग ने बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से पत्रावलियां मांगी गई थी।
इसके बाद विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया।चंद्रकांत शर्मा 2005 में सहायक अध्यापक के पद पर भर्ती हुआ था। आसफाबाद विद्यालय में नियुक्त के दौरान निर्माण प्रभारी बनाया गया।
तत्कालीन DM विजय किरन आनंद ने 3 सदस्यीय कमेटी से इसकी जांच करवाई तो 36 लाख रुपये का गबन मिला था, जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद कई दिनों तक फरार रहा। कुछ दिन बाद सरेंडर कर जेल चला गया।
प्रधानाध्यापक के अनुसार 2018 में कोर्ट से वह गबन के मामले में बरी हो चुका है।सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत 2007-2008 उच्च प्राथमिक विद्यालय रूपसपुर, प्राथमिक विद्यालय सैंगई, प्राथमिक विद्यालय छटनपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय हमीरपुर और आसफाबाद के लिए निधि भेजी गई थी। आरोप था कि ग्राम प्रधान आसफाबाद के साथ मिलकर निर्माण प्रभारी चंद्रकांत शर्मा ने निधि से पैसा निकालकर गबन कर लिया।