धान की फर्जी तौल का आरोप
प्रदीप चौधरी
रूद्रपुर अनाज मंडी में मंडी समिति के कर्मचारियों पर 80 क्विंटल धान की फर्जी तौल करने का आरोप,
रुद्रपुर। किसानों ने बिगवाड़ा स्थित मंडी समिति के कर्मचारियों पर 80 क्विंटल धान की फर्जी तौल करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम से जांच की मांग की। किसानों के इस गंभीर आरोप से मंडी समिति और कच्चा आढ़तियों में खलबली मच गई।आक्रोशित किसान मंडी कर्मचारियों पर निगरानी रखने के लिए पर्ची काउंटर के बगल में बैठ गए। कच्चा आढ़तियों की ओर से धान की बोली लगाने पर भी किसानों ने नाराजगी जाहिर की।सोमवार सुबह गल्ला मंडी स्थित मंडी समिति के पर्ची काउंटर पर पहुंचे किसानों ने हंगामा करते हुए कहा कि 17 अक्तूबर को बिगवाड़ा स्थित मंडी समिति में 80 क्विंटल धान की फर्जी तौल की गई ताकि कच्चा आढ़तियों को लाभ पहुंचाया जा सके।तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तजिंदर विर्क ने आरोप लगाया कि मंडी समिति के कर्मचारियों ने पर्ची के आधार पर 80 क्विंटल धान खरीद दर्ज कर दी। संदेह होने पर जब मंडी समिति के धर्मकांटे की तौल का रिकॉर्ड निकाला गया तो पता चला कि कांटे पर धान की तौल ही नहीं हुई थी।विर्क ने बताया कि एसडीएम से इसकी शिकायत कर जांच की मांग की गई है। इसके बाद मंडी कर्मचारियों की निगरानी करने के लिए किसान पर्ची काउंटर के बगल में बैठ गए। इस दौरान धान की तौल न होने से नाराज किसानों की कच्चा आढ़तियों और धान मिल मालिकों से भी कहासुनी हुई।किसानों ने प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश संयुक्त महामंत्री और राइस मिलर राजेश बंसल से वार्ता कर धान की तौल शुरू करने की मांग की। वहां जगदीश सिंह, मलूक सिंह हरपाल सिंह, अमनदीप सिंह, बलवीर सिंह, कुलबीर सिंह, जसबीर सिंह आदि थे।टीवीएस क्रय केंद्र पर खत्म हुआ बारदाना, धान खरीद रुकीरुद्रपुर। तराई विकास सहकारी संघ के कांटे पर सोमवार को दोपहर के समय धान खरीद के दौरान बारदाना खत्म हो गया। इस कारण केंद्र पर धान खरीद रोकनी पड़ी। केंद्र पर 96 क्विंटल ही धान की खरीद हो सकी। इसके साथ ही बिगवाड़ा क्रय केंद्र पर 210 क्विंटल और फुलसुंगा क्रय केंद्र पर 195 क्विंटल धान खरीद हुई। अब तक जिले में करीब सात लाख क्विंटल धान की सरकारी खरीद हो चुकी है।किसानों ने धान खरीद में अव्यवस्था पर मंडी सचिव को घेरागदरपुर। धान खरीद की समुचित व्यवस्था न होने से गुस्साए किसानों ने सोमवार को मंडी समिति सचिव का घेराव किया। उन्होंने व्यवस्था में सुधार नहीं आने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी।पूर्व डीसीबी अध्यक्ष सुभाष बेहड़ एवं सलविंदर कलसी के नेतृत्व में कई किसानों ने कृषि उत्पादन मंडी समिति कार्यालय पहुंचकर सचिव कैलाश शर्मा का घेराव किया। उन्होंने कहा कि तीन दिन से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली में धान लाकर खरीद केंद्रों पर बैठे हैं लेकिन किसानों की धान की खरीद नहीं हो रही है।मानकों के अनुरूप आ रहे धान को भी कच्चे आढ़ती नहीं खरीद रहे हैं। कहा कि यदि मंगलवार तक धान खरीद की व्यवस्था को सुधारा नहीं गया तो किसान मंडी समिति कार्यालय में धरने पर बैठेंगे। वहां पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष प्रीत ग्रोवर, श्याम सिंह, दीपक कुमार, भीम ठुकराल, राजीव ग्रोवर, विक्रमजीत सिंह, निशांत सिंह, हरबंस सिंह, हरभजन सिंह आदि थे। संवादकिसानों ने एसडीएम से खुली बोली की मांग कीरुद्रपुर। किसानों और धान मिल मालिकों ने सोमवार शाम को एसडीएम से वार्ता की। किसानों ने धान की खुली बोली लगवाने और वीडियोग्राफी की मांग की। राइस मिलर्स और किसान संगठनों के बीच हुई वार्ता में यह तय हुआ कि मंगलवार से गल्ला मंडी में बोली के आधार पर धान की खरीद होगी।तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तजिंदर विर्क ने बताया कि एसडीएम विशाल मिश्रा ने धान की बोली मंडी सचिव की मौजूदगी में कराए जाने की बात कही है। वहां जगदीश सिंह, सुक्खा सिंह विर्क, अमनदीप सिंह, राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष देवीशंकर, रोहित मित्तल, बलविंदर सिंह, आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश घीक मौजूद थे।