हर साल करीब एक अरब टन खाना होता है बर्बादी,आंकड़े जान चौक जाएंगे
Food waste:“अपना खाना बर्बाद मत करो”. यह एक सामान्य स्टेटस है जिसे हम (अपने बड़ों से) सुनते हुए बड़े हुए हैं. कभी सोचा है क्यों? ऐसा इसलिए है क्योंकि फूड को बर्बाद करना नैतिक रूप से एक बुरी प्रथा है और नेचुरल रिसोर्स को भी बर्बाद करता है. लेकिन आपको पता होना चाहिए कि यह एनवायरनमेंट और ग्लोबल क्लाइमेट के लिए भी बुरा है. यह जानकर हैरानी हुई कि दुनिया में हर साल करीब एक अरब टन खाना बर्बाद होता है! इसका मतलब है कि ग्लोबल लेवल पर प्रोड्यूस फूड का लगभग एक तिहाई हिस्सा बर्बाद हो जाता है. यह रिसर्च संयुक्त राष्ट्र एनवायरनमेंट कार्यक्रम (यूएनईपी) द्वारा जारी ‘फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट 2021’ का एक हिस्सा थी. रिपोर्ट में कहा गया है, “सबूतों को नजरअंदाज करना बहुत कठिन होता जा रहा है. जलवायु परिवर्तन, प्रकृति और बॉयोडायर्वसीटी के नुकसान और प्रदूषण और कचरे के ग्रह संकट से निपटने के लिए फूड सिस्टम में सुधार महत्वपूर्ण है.”
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रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बड़े पैमाने पर फूड की बर्बादी मानव से जुड़े ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के एक-तिहाई तक होती है. वह सब कुछ नहीं हैं. कथित तौर पर कृषि खतरे में है क्योंकि वनस्पतियों और जीवों की 86 प्रतिशत से अधिक प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा है. बर्बादी भी दुनिया भर में बड़े पैमाने पर फूड की कमी का कारण बन रही है.फूड इंडेक्स रिपोर्ट ने भी हाउसहोल्ट फूड इंडेक्स को एक मेजर ग्लोबल चुनौती के रूप में पाया है. इसलिए, उन्होंने कुछ क्विक सुझाव साझा किए जिनका पालन करके आप रोजमर्रा की जिंदगी में खाने की बर्बादी को कम कर सकते हैं.संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने यू्ट्यूब पर एक वीडियो साझा किया और साथ में लिखा, “ऐसी दुनिया में जहां 2014 से भूख से प्रभावित लोगों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है, और टनों और खाने योग्य फूड की मात्रा बढ़ रही है, फूड के नुकसान और बर्बादी को कम करना आवश्यक है हर दिन खो जाते हैं और/या बर्बाद हो जाते हैं.”