main slideअपराध

विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पर भीषण हादसा, तिरुमला एक्सप्रेस के चार डिब्बों में लगी आग !

विशाखापत्तनम -: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा रेल हादसा होते होते बचा। तिरुमाला एक्सप्रेस (Tirumala Express fire) की चार बोगियों में आग आग लगने की घटना सामने आई है। हालांकि, ट्रेन का डिब्बे खाली थे। Visakhapatnam Train Fire विशाखापट्टनम रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा रेल हादसा होते होते बचा। तिरुमाला एक्सप्रेस की चार बोगियों में आग आग लगने की घटना सामने आई है। हालांकि ट्रेन का डिब्बे खाली थे। ट्रेन में आग लगने की सूचना मिलते ही इसे तुरंत बुझा दिया गया। घटना सुबह करीब 10 बजे हुई। रेलवे ने बताया कि इससे कोई अन्य डिब्बा प्रभावित नहीं हुआ।

  1. तिरुमाला एक्सप्रेस की चार बोगियों में आग लगी।
  2. आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चला है।
चार डिब्बों में आग -:

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, ट्रेन में आग लगने की सूचना मिलते ही इसे तुरंत बुझा दिया गया। घटना सुबह करीब 10 बजे हुई। विशाखापट्टनम के पुलिस आयुक्त शंका ब्रत बागची ने बताया कि सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर विजाग रेलवे स्टेशन पर खड़ी तिरुमाला एक्सप्रेस की चार बोगियों में आग लग गई।                         सौभाग्य से, उस समय उन बोगियों में कोई यात्री नहीं था। इसलिए किसी की जान नहीं गई और कोई घायल नहीं हुआ।

आग लगने का कारण साफ नहीं

स्थानीय अग्निशमन सेवा अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की और ट्रेन में लगी आग को बुझा दिया। अधिकारी ने कहा कि हम एफआईआर दर्ज करा रहे हैं। आग लगने के पीछे का कारण जानने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे शॉर्ट सर्किट या कोई और कारण हो सकता है। घटनास्थल से फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने और फोरेंसिक साक्ष्यों की जांच करने के बाद ही दुर्घटना के पीछे के वास्तविक कारण का पता चल पाएगा।

रखरखाव के लिए कोचिंग डिपो जाने थे ये डिब्बे -:

वाल्टेयर डिवीजन के डीआरएम सौरभ प्रसाद ने बताया कि इन खाली डिब्बों को रखरखाव के लिए कोचिंग डिपो जाना था। इसे यहां प्लेटफॉर्म पर रखा गया था और सुबह 9 बजे के करीब प्लेटफॉर्म पर गश्त कर रहे आरपीएफ कर्मचारियों ने थोड़ा धुआं देखा। उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड और स्टेशन पर मौजूद कर्मचारियों को सूचित किया। वे भी आग बुझाने के लिए अतिरिक्त बल के रूप में आए। इसके बाद सुबह 11 बजे आग बुझा दी गई। प्रोटोकॉल के अनुसार दो बगल के कोचों को छोड़कर, बाकी रेक को तुरंत कोचिंग डिपो में ले जाया गया।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button