ऑपरेशन जागृति के तहत किशनी थाने में हुआ भव्य कार्यक्रम
किशनी।थाना परिसर में ऑपरेशन जागृति के तहत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा तथा उनसे संबंधित मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सघन कार्यक्रम के अंतर्गत थाने पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मंगलवार को थाना परिसर दुल्हन की तरह सजाया गया मौका था महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा तथा उनसे संबंधित मुद्दों पर उनको जागरूक करने का। कार्यक्रम में क्षेत्र के लगभग सभी जनप्रतिनिधि, स्कूली छात्राएं,महिलाओं तथा समाजसेवी गणमान्यों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में आने वाले मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार के न आने पर एसडीम योगेंद्र सिंह तथा क्षेत्राधिकारी भोगांव सुनील कुमार सिंह ने बताया की महिलाओं और बालिकाओं को मोहरा बनाकर लोग झूठे मुकदमे दर्ज करा देते हैं जबकि मामले पारिवारिक विवाद, भूमि विवाद,नाली विवाद आदि के होते हैं।
योजनाओं के संतृप्तिकरण जागरूकता हेतु विभिन्न विभागों के अधिकारियों संग सुरेंद्र मेहरा ने बैठक की
ऐसे में परिवारों में दुश्मनी बढ़ती है और साधारण अपराध को महिला तथा बालिका संबंधी अपराध में परिवर्तित करने से मामले अत्यंत गंभीर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि लोग ऐसा ना करें यदि वास्तव में किसी महिला या बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है तो पुलिस उसके लिए तैयार है परंतु छोटे मामले के लिए अपने घर की लक्ष्मी को थाने में ना भेजें। उन्होंने बताया की आजकल साइबर अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहा है इससे हर किसी को बचाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देखने में आता है कि अवयस्क बालिका किसी के वहला फुसलाने से घर से चली जाती है।पर बाद में जब सच्चाई की जानकारी होती है कि उनके द्वारा सही नहीं किया गया तब तक समय निकल चुका होता है। इस संबंध में बालक व बालिकाओं से संवाद स्थापित करना बेहद जरूरी होता है। आवश्यक है कि वह अपने अच्छे बुरे को सोच समझकर ही कोई कदम उठाएं। जो महिला हिंसा से पीड़ित है उनकी काउंसलिंग करना चाहिए। कई बार देखने में आता है कि महिलाओं तथा बेटियों के साथ कई प्रकार की हिंसा की जाती है ऐसी महिलाओं की काउंसलिंग कर उनका भय दूर किया जाना चाहिए ताकि वह समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें। उन्होंने समझाते हुए कहा की सोशल मीडिया जहां हम सभी को एक दूसरे से बहुत नजदीक ले आया है वहीं इसके कई नकारात्मक पहलू भी देखने को मिले हैं। यूट्यूब पर अश्लीलता भी देखने को मिलती है ।इसलिए छोटी बच्चियों को समय-समय पर समझना चाहिए यह माता-पिता की भी जिम्मेदारी है। एसडीएम योगेंद्र सिंह ने बताया की यूनिसेफ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जो भी बेटियों और महिलाएं आई हैं उन सबको अपराध के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है उन्हें पता होना चाहिए की किस अवस्था में कौन सा नंबर डायल किया जाए ताकि पुलिस जल्द से जल्द आपकी मदद के लिए आपके पास पहुंच सके। पढ़ी-लिखी बेटी दो घरों की रोशनी होती है इसलिए बेटियां अपने आप को संभाल कर रखें और हर घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दें ।बेटियों को गुड टच और बेड टच की जानकारी होनी चाहिए यह सब कम उम्र की बालिकाओं के साथ होता है लेकिन जब हमारी बेटी बड़ी हो जाती है तो वह अपनी रक्षा करने के लिए स्वयं तैयार रहती है कार्यक्रम को भाजपा नेता रमाशंकर तिवारी पूर्व अध्यापक आर बी सिंह चौहान,राजकीय कन्या विद्यालय की प्राचार्य मीनू सक्सेना आदि ने भी संबोधित किया।इस मौके पर खंड शिक्षाधिकारी सुनील दुबे,एडीओ कोऑपरेटिव अंजनी कुमार,चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजय भदौरिया,चेयरमैन कुसमरा राजाबाबू सिसोदिया,सुधीर गुप्ता भारतीय किसान यूनियन (किसान) के जिला प्रभारी अतुल पाठक, श्याम तिवारी, आलोक दुबे, सुमित पांडे, विशेष दुबे तथा बॉबी पांडे रणवीर सिंह शाक्य सोनू गुप्ता राहुल गुप्ता,अभिलाख यादव आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन भरत गुप्ता ने किया।