नौचंदी मेले में मनाया गया भारत की प्राकृतिक शक्ति का भव्य उत्सव
मेरठ।121 किलो वजन उठाने के लिए विख्यात गिनीज वर्ल्ड रिकार्डधारी विकास स्वामी ने शुक्रवार रात्रि नौचंदी मेला में प्रदर्शन किया। 80 किलोग्राम वजन के बांट जब उन्होंने अपने दांतों से उठाए, तो लोग देखकर हतप्रभ रह गए। इस रोमांचकारी लाइव शो को देखकर दर्शकों ने दांतों तले उंगली दबा ली। यह कार्यक्रम रविवार तक जारी रहेगा।
कार्यक्रम में 9 बार के रिकार्डधारी अनमोल स्वामी, 17 बार के रिकार्डधारी आदित्य स्वामी एवं 40 बार के रिकार्डधारी विकास स्वामी ने ऐसे शक्ति और कौशल से भरपूर हैरतअंगेज़ करतब दिखाए, जिन्होंने ना केवल दर्शकों को चकित किया, बल्कि यह भी साबित किया कि असल ताकत की जड़ें गहराई में होती हैं। स्वास्थ्य, परंपरा और मजबूती के संगम को दर्शाते हुए डाबर बबूल टूथपेस्ट ने प्रसिद्ध नौचंदी मेले में अपने नए अभियान जड़ से मजबूत का प्रभावशाली आगाज शुक्रवार रात्रि को किया।
बतादे कि उत्तर भारत के सबसे रंगारंग और जीवंत मेलों में शुमार नौचंदी मेला, मेरठ में बीते 100 वर्षों से अधिक समय से प्रतिवर्ष आयोजित होता आ रहा है। यह मेला संस्कृति, व्यापार और सामाजिक सहभागिता का अनूठा संगम है। हर साल 10 लाख से अधिक लोग इस मेले का हिस्सा बनते हैं, जिससे यह उपभोक्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करने का एक सशक्त माध्यम बन गया है, जो पीढ़ियों और विभिन्न क्षेत्रों को आपस में जोड़ता है।
इस ऐतिहासिक मेले में डाबर बबूल ने अपनी नवीनतम पहल के तहत एक विशाल दांत की आकृति का अनावरण किया है, जो प्राकृतिक और अडिग मज़बूती का प्रतीक है। मेले में आए लोगों को ‘रस्साकशी चुनौती’ के ज़रिए इस दांत की ताकत को परखने का मौका दिया गया है। प्रतिभागी इस दांत को खींचकर तोड़ने की कोशिश करते हैं। इस अनुभव से यह स्पष्ट होता है कि यह कार्य उतना सरल नहीं जितना दिखता है। चुनौती में सफल हों या नहीं, हर भागीदार को डाबर बबूल टूथपेस्ट का एक पैक उपहार में दिया जाता है, जिससे वे आयुर्वेदिक ताकत का सीधा अनुभव प्राप्त कर सकें। यह अनोखी गतिविधि डाबर बबूल के अभियान जड़ से मजबूत के संदेश को मनोरंजक और भागीदारीपूर्ण अंदाज में प्रस्तुत करती है: “जब आपके दांत जड़ों से मजबूत हों, तो कोई भी ताकत आपको डगमगा नहीं सकती।
इन्फ्लुएंसर्स ने बढ़ाया जोश और जन भागीदारी
अभियान के प्रभाव को और व्यापक बनाने के उद्देश्य से डाबर बाबूल ने देशभर के लोकप्रिय और स्थानीय इन्फ्लुएंसर्स को साथ जोड़ा है। ये सभी मेले में आकर इस चुनौती का हिस्सा बन रहे हैं और अपनी प्रेरणादायक मजबूती और आत्मविश्वास की कहानियाँ साझा कर रहे हैं। चाहे वह पहलवान हों, योग प्रशिक्षक, हास्य कलाकार या लोक कलाकार, सभी मिलकर एक ही संदेश दे रहे हैं: जड़ से मज़बूत।
एक सार्थक उद्देश्य से प्रेरित अभियानइस अभियान में प्रभावशाली विज़ुअल्स और स्थानीय भाषा में प्रस्तुत कहानियों के माध्यम से आम भारतीयों की आंतरिक और भावनात्मक मज़बूती को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है। सिर्फ दांतों की देखभाल का नाम नहीं है, यह उस भरोसे का प्रतीक है जो हमारी जड़ों में, हमारी सच्चाई में और हमारी दृढ़ता में निहित है।