बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई है जबकि 50 लोग घायल हैं और 48 लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस हादसे ( big accident) के बाद अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है. पीएम मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हालात की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है.
घटनास्थल पर पूरी रात राहत और बचाव कार्य जारी रखने के लिए जेन-सेट और अलास्का रोशनी का उपयोग किया जा रहा है. करीब 48 लोगों के लापता होने का अनुमान लगाया गया है, जो कि लंगर आयोजकों द्वारा प्रदान की गई संख्या के आधार पर है. क्योंकि पानी में 3 लंगर बह गए हैं.
बादल फटने की यह घटना आज शाम साढ़े 5 बजे हुई. एनडीआरएफ चीफ अतुल करवाल ने बताया कि, अमरनाथ गुफा की निचली पहुंच में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी. हमारी 1 टीम गुफा के पास तैनात रहती है, वो टीम तत्काल बचाव कार्य में जुट गई थी.
इस घटना के बाद प्रशासन ने हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं. इन नंबर्स 01942496240, 01942313149 पर कॉल करके आप यात्रा पर गए अपने परिजनों के बारे में जान सकते हैं.
इसके अलावा श्री अमरनाथ जी यात्रा 2022 पर गए तीर्थयात्रियों के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए हैं. 18001807198 (जम्मू), 18001807199 (श्रीनगर). वहीं दिल्ली स्थित एनडीआरएफ नंबर 011-23438252 011-23438253, कश्मीर डिवीजनल हेल्पलाइन 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन नंबर 0194-2313149
वहीं इस हादसे के बाद केंद्रीय गृहमंत्री ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि, बाबा अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटने से आयी बाढ़ के संबंध में मैंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और हालात की जानकारी ली है. NDRF, CRPF, BSF और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं. लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है. सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूँ.
प्राथमिक तौर पर राहत और बचाव कार्य एजेंसियां इसे मध्यम स्तर का हादसा मान रही है. आइटीबीपी की दो कंपनियों के अलावा एनडीआरएफ की भी दो टीमों राहत और बचाव कार्य में तैनात हैं. टेंट के पास बचाव दल की टीमें थीं इसीलिए ज्यादा यात्रियों को बचाया जा सका है. राहत बचाव कार्य अभी जारी है.