कुरावली : नगर क्षेत्र में चल रहे बिना मान्यता बिना रजिस्ट्रेशन एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक द्वारा 5 वर्षीय छात्र के आंख में काफी रखने वाली दस्ती मार दी जिससे उसकी से खून बहने लगा तथा खून की उल्टियां होने लगी। आनन फानन में विद्यालय संचालक व शिक्षकों द्वारा पीड़ित छात्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां चिकित्सा द्वारा मना कर दिया गया। उसके बाद ने पीड़ित छात्रा को परिवारजनों को सौंप दिया। घटना की तहरीर पीड़ित के पिता ने थाना में तहरीर दी।
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थाना क्षेत्र के ग्राम चंद्रपुरा निवासी मुकेश कुमार पुत्र रामदीन ने थाना में तहरीर देते हुए बताया कि कुरावली नगर के अनूप अड्डा पर स्थित जीडीएस पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य सूरज सिंह शाक्य के द्वारा उनके घर जाकर संपर्क किया गया उनके ही कहने पर उन्होंने अपने 5वर्षीय पुत्र अरनव का दाखिला उनके स्कूल में कक्षा एलकेजी में 2 अगस्त 23 को करा दिया। उन्होंने बताया कि 4 अगस्त को विद्यालय में अरनव पढ़ने गया हुआ था कि विद्यालय में पढ़ा रहे शिक्षक कौशल पुत्र अजीत कुमार ने छात्र के फेंक कर कॉपी रखने वाली दस्ती फटा फेंक कर मारा जो छात्र अरनव की आंख पर लगा जिससे उसके खून बहने लगा। स्कूल में ही बालक अरनव को उल्टियां होने लगी। जिसे लेकर विद्यालय के प्रधानाचार्य सूरज सिंह तथा शिक्षण कौशल एक प्राइवेट चिकित्सक को दिखाने पहुंचे। जहां चिकित्सक द्वारा उसकी हालत को देखते हुए मना कर दिया गया तब उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जांच चिकित्सकों ने भी मना कर दिया और तत्काल उसे दिल्ली स्थित एम्स ले जाने की सलाह दी। पीड़ित छात्र अरनव के पिता मुकेश कुमार ने उसे आगरा स्थित एक प्राइवेट चिकित्सक को दिखाया। उन्होंने भी उसे दिल्ली ले जाने की सलाह दी इसके बाद छात्र का दिल्ली स्थित एम्स में इलाज हुआ। मुकेश कुमार ने बताया कि एम्स के चिकित्सकों ने कहा है की आंख सही होने की संभावना कम ही है। पीड़ित के पिता मुकेश कुमार का कहना है कि बच्चे की आंख में चोट लगने दो तो दिखाई नहीं दे रहा है ऑपरेशन कराने के बाद भी संभावना कमी है इससे उसके बच्चे का भविष्य खराब हो गया अब उस बच्चों को लेकर कहां जाए उसकी समझ में नहीं आ रहा है। मुकेश ने शिक्षक को प्रधानाचार्य से की तो उल्टा प्रधानाचार्य व शिक्षक लड़ने का उतारू हो गए। तथा धमकी देने लगे।
नहीं है मान्यता न रजिस्ट्रेशन
पीड़ित छात्रा के पिता मुकेश कुमार ने बताया कि इस स्कूल का ना रजिस्ट्रेशन है न मान्यता है। इसके बाद भी स्कूल चल रहा है। उसके बच्चे के चोट लगने के बाद जब शिकायत की तो विद्यालय संचालक होते ही गाली गलौज तथा मारपीट पर उतारू हो गए तथा जानसे मरने की धमकी देने लगे।
क्या कहते हैं खंड शिक्षा अधिकारी
खंड शिक्षा अधिकारी बृजेंद्र स्वरूप निगम ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर पीड़ित द्वारा कोई शिकायत की जाएगी तो विद्यालय की जांच कर कार्रवाई की जाएगी