सांडा स्थिति बाबा लालपुरी की तपोस्थली पर लगा मेला । श्रद्धालुओं ने परसाद व नेजा चढ़ाकर मांगी मनौतियां

बिछवां – बिकासखंण्ड सुल्तानगंज क्षेत्र के गांव सांडा़ स्थिति काली नदी के किनारे बाबा लालपुरी की तपोस्थली पर मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा पर बिशाल मेला लगा । मेले में गैर जनपदों से आये श्रद्धालुओं ने मेले में आकर बाबा की समाधि पर नेजा , परसाद चढ़ाकर मनौतियां मांगी। मेले में श्रद्धालुओं ने मेले में भंडारे का आयोजन भी किया जिसमें लोगों ने भंडारे का आनंद लिया । सुबह से ही श्रद्धालु मेले में पहुंचने लगे थे । मेले में सुरक्षा की द्रष्टि से थाना पुलिस मुस्तैद दिखी ।
बताते चलें कि बिकासखंण्ड सुल्तानगंज क्षेत्र के गांव सांडा़ स्थिति काली नदी के किनारे बाबा लालपुरी की तपोस्थली है । जहां बर्ष में चार बार मेला लगता है । इसी कड़ी में मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा को बाबा की तपोस्थली पर बिशाल मेला लगा जिसमें सुबह से ही पडो़सी जनपदों एटा , इटावा , फरुखाबाद , कंन्नौज , कानपुर , कानपुर देहात , औरय्या , कासगंज , बरेली , बदांयू आदि जनपदों के श्रद्धालु आने लगे ।
मेले में श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधि पर मत्था टेक व परसाद चढ़ाकर मनौतियां मांगी । श्रद्धालुओं ने मनौतियां पूरी होने पर नेजा भी चढा़ये । मानना है कि बाबा के दरवार में जो सच्चे मन से मनौती मांगता है उसकी मनौती बाबा पूरी करते है । मेले में खेल , खिलौने , मिट्टी के बर्तन , चाट , पकौड़ी , मिठाई की दुकानें रात से ही सज गई थी जिनका बड़े , बूडे़ , महीलाओं व बच्चों ने जमकर खरीददारी की और लुत्फ उठाया । महिलाओं ने बाबा की समाधि पर बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया । मेले में भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसका श्रद्धालुओं ने लुत्फ उठाया । मेले में थाना पुलिस भी मुस्तैद दिखाई दी ।