एक अनोखा तुलसी विवाह(Tulsi Vivah)
राजसमंद. राजस्थान में आज एक अनोखा विवाह होने जा रहा है. यह विवाह राजसमंद जिले के केलवाड़ा गांव में होगा. यहां के सोनी परिवार के दो भाई तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) का चार दिवसीय भव्य आयोजन करवा रहे हैं. इसमें पूरा मेनेजमेंट भव्य डेस्टिनेशन शादी में जैसा हो रहा है. तुलसी विवाह के लिए लग्जरी होटल के अलावा आसपास के गेस्ट हाउस और भवन बुक किए गए हैं. तुलसा जी के लिए आज ठाकुर जी 400 से ज्यादा बारातियों को लेकर 8 लग्जरी बसों और कारों से केलवाड़ा आएंगे. शादी तैयारियां पूरी की जा चुकी है. विवाह समारोह दो दिन पहले 4 नवंबर से शुरू हो गया था. यह समारोह 7 नवंबर तक चलेगा.
शादी में 1500 से ज्यादा लोग शामिल होंगे. केलवाड़ा निवासी इन सोनी भाइयों का गुजरात के सूरत में ज्वेलरी का कारोबार है. विवाह का आयोजन करने वाले प्रकाश सोनी ने बताया कि 2018 में महाराष्ट्र के नासिक में ठाकुर जी की शादी का कार्यक्रम देखकर मन में ख्याल आया कि ऐसा आयोजन हमारे गांव में भी होना चाहिए. लेकिन उसके बाद कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया था. उसके चलते आयोजन नहीं हो पाया. अब जाकर बहन विमलादेवी की प्रेरणा और भाई विनोद के साथ मिलकर यह शादी कार्यक्रम करवाया जा रहा है. इस पांच दिवसीय शादी समारोह में हल्दी, मेहंदी, म्यूजिक नाइट और रिसेप्सन तक सब होगा. शादी, मंडप और खाने में क्या क्या बनेगा उसकी जिम्मेदारी परिवार के युवाओं को दी गई है.
यह है शादी का पूरा कार्यक्रम
तुलसा विवाह को लेकर 4 नवंबर की सुबह साढे बजे गणपति स्थापना की गई थी. इसी दिन कलश और हल्दी सेरेमनी भी रखी गई थी. अगले दिन 5 नवंबर को शाम को मायरा कार्यक्रम हुआ. उसके बाद रात को बिंदोली और डांडिया रास में समाज के लोग शामिल हुए. 6 नवंबर को सुबह 9 बजे सूरत से बारात केलवाड़ा आएगी. दिन में दो बजे गांव में शाही वरघोडा निकलेगा. शाम को छह बजे शादी के बाद छप्पन भोग और खाना होगा. रात की पांडाल में कलाकार हरीशनाथ अपने टीम मेंबर के साथ प्रस्तुति देंगे. 7 नवंबर को सुबह 7 बजे ठाकुर जी के शाही स्नान के बाद दिन में साढे 12 बजे विदाई समारोह रखा गया है.
सूरत से मेवाड़ ब्राह्मण स्वर्णकार समाज के 400 बाराती आएंगे
प्रकाश सोनी ने बताया कि बारात आठ लग्जरी बसों और कारों में आएगी. ठाकुर जी लग्जरी कार में सवार होकर आएंगे. बाराती पक्ष में सोनी समाज के सूरत में रहने वाले 80 के करीब परिवार से 400 के लोग आएंगे. सूरत में भी हल्दी और मेहंदी रस्में हुईं. सूरत में ही रहने वाले ललित ढाई लाख रुपए का दान देकर ठाकुर जी के यजमान बने हैं. यजमान ठाकुर जी और बारात को लेकर आएंगे. वे पूरी शादी में उनको साथ लेकर रहेंगे. बारात पक्ष पूरा कार्यक्रम वे ही पूरे करेंगे.
यह है ठाकुर जी का इतिहास
आयोजनकर्ताओं के अनुसार समाज के पास यह ठाकुर जी पिछले 10 बरसों से हैं. हर साल हर एक परिवार की ओर से बोली लगाकर ये मेहमान बनाकर ले जाए जाते हैं. पहली बार केलवाड़ा के इन दोनों भाइयों के परिवार की ओर से पहली बोली लगाकर लाये गए थे. उन्होंने इनकी 1 साल तक सेवा की. सूरत में रहने वाले समाज के लोग हर साल झल झूलनी पर कार्यक्रम भी रखते हैं. उसमें चांदी की रेवाड़ी में इनकी शोभायात्रा निकाली जाती है.