एलिसन फ्लूक-एकरेन को IS की महिला सैन्य (female military)बटालियन का नेतृत्व करने के आरोप

वॉशिंगटन. अमेरिका में एक महिला को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की महिला विंग (female military) को चलाने के आरोपों में 20 साल की सजा सुनाई गई है.एक अमेरिकी अदालत ने महिला को इस्लाम में परिवर्तित होकर सीरिया में इस्लामिक स्टेट की एक महिला सैन्य बटालियन का नेतृत्व करने का दोषी ठहराया था. आरोपी 42 वर्षीय महिला एलिसन फ्लूक-एकरेन को अमेरिकी जिला न्यायाधीश लियोनी ब्रिंकेमा ने आतंकी आरोपों में दोषी ठहराते हुए अधिकतम सजा सुनाई है.
युवा लड़कियों को इस्लामिक स्टेट के लिए देती थी प्रशिक्षण
अमेरिकी अटॉर्नी राज पारेख ने कहा कि आठ साल से अधिक समय से फ्लूक-एकरेन लीबिया, इराक और सीरिया में युद्ध क्षेत्रों में IS की महिला बटालियन को चला रही थी. वह महिलाओं और युवा लड़कियों को इस्लामिक स्टेट के लिए हमले करने के लिए प्रशिक्षण देने का काम करती थी. महिला को सजा सुनाते हुए जिला न्यायाधीश लियोनी ब्रिंकेमा ने कहा, “आप स्पष्ट रूप से एक बहुत बुद्धिमान महिला हैं.” न्यायाधीश ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि आप किसी आतंकवादी संगठन को भौतिक सहायता प्रदान कर रही थी.”
लड़कियों का ब्रेनवॉश
अमेरिकी अटॉर्नी राज पारेख के अनुसार आरोपी महिला थोड़े ही दिनों में इस्लामिक स्टेट में अपना अच्छा होल्ड रखने लग गई थी. वह युवा लड़कियों का ब्रेनवॉश और उन्हें मारने के लिए प्रशिक्षित करती थी. महिला के खिलाफ उसकी बेटी ने अपना बयान दर्ज कराया है. आरोपी की बेटी लेयला एकरेन की महज 13 साल की उम्र में उसकी मां ने एक IS लड़ाके से शादी करा दी थी. लेयला ने कहा कि उसकी मां नियंत्रण और सत्ता की लालसा से प्रेरित थी.