नीलम गोरहे निर्विरोध चुनी गईं विधानपरिषद की उपसभापति
मुंबई। वरिष्ठ शिवसेना नेता नीलम गोरहे मंगलवार को लगातार दूसरी बार निर्विरोध विधान परिषद की उपसभापति चुनी गईं। नीलम गोरहे के विधानपरिषद सदस्य का कार्यकाल जून महीने में ही खत्म हो गया था। इस वजह से उन्होंने उपसभापति पद से इस्तीफा दे दिया था। तब से ही यह पद रिक्त था। राज्यपाल की ओर से विधान परिषद सदस्यों की नियुक्ति के बाद नीलम गोरहे फिर से विधानपरिषद की सदस्य बन गई थीं। विधानमंडल के दो दिवसीय वर्षाकालीन अधिवेशन के पहले दिन विधान परिषद के सभापति रामराजे निंबालकर ने उपसभापति के चुनाव की घोषणा की थी। इसलिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाई गिरकर ने सोमवार को नामांकन भी भरा था। लेकिन मंगलवार को उपसभापति के चुनाव की वैधता को लेकर नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने सवाल खड़ा किया और इसके बाद सभागृह का बॉयकाट कर दिया। बाद में संपन्न विधान परिषद चुनाव में नीलम गोरहे निर्विरोध चुनी गई। सभापति रामराजे निंबालकर ने कहा कि विधानपरिषद में चुनाव करने का अधिकार उन्हें प्राप्त है। इसी अधिकार के तहत उन्होंने चुनाव करवाया। निंबालकर ने नीलम गोरहे को बधाई दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी नीलम गोरहे को दोबारा विधानपरिषद सभापति बनने पर बधाई दी है।