द्वापर काल से जुड़ा है पटना के बने तालाब की कहानी
पटना । प्रत्येक (story of the pond) वर्ष छठ पूजा के अवसर पर तालाब में विशाल मेले का आयोजन किया जाता है छठ व्रत करने वाली महिलाएं तालाब (story of the pond) में स्नान ध्यान कर सूर्य की उपासना का महापर्व छठ पर्व को हर्षोल्लास पूर्वक मनाते आ रहे हैं। कुष्ठ रोगी तालाब में स्नान ध्यान करने के बाद रोग मुक्त होते हैं।
द्वापर काल में भगवान श्री कृष्ण के पुत्र राजा शाम्ब को अपनी खूबसूरती पर काफी गुमान था। राजा शाम्ब एक सरोवर में जल क्रीड़ा कर रहे थे। उस मार्ग से गुजर रहे महर्षि गर्ग के श्राप से राजा शाम्ब को कुष्ठ रोग हो गया था। रोग से मुक्ति के लिए उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की आराधना की।
बताया जाता है कि नारद मुनि ने इस रोग से मुक्ति के लिए भगवान श्री कृष्ण से आग्रह किया था। सरोवर के किनारे जहां की मिट्टी और जल में गंधक की मात्रा थी वहां पर अनुष्ठान कराया था बताया जाता है कि 12 जगहों पर अर्क स्नान करने के बाद उन्हें रोग से मुक्ति हुई थी।