रावण दहन कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा(accident )

यमुनानगर. हरियाणा के यमुनानगर में दशहरा के मौके पर बुधवार को रावण दहन कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा (accident ) होते-होते टल गया जहां रावण का जलता पुतला कार्यक्रम स्थल पर जमा लोगों पर गिर गया. कुछ लोगों को चोटें आई हैं. यमुनानगर के दशहरा ग्राउंड में रावण के जलते पुतले में से लकड़ी निकालने के दौरान 70 फीट का रावण लोगों के ऊपर जा गिरा, इसमें 7 लोगों के झुलस जाने की खबर है जबकि कुछ अन्य लोगों को भी चोटे आई हैं. घायलों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दर्शकों पर लगभग जले हुए पुतले को गिरते हुए दिखाया गया है. संरचना के हिस्से भी जल रहे थे. पुतले में से लकड़ी निकालने की परंपरा को निभाने वाले कुछ लोग बुरी तरह झुलस गए हैं. इनमें से कुछ के कपड़े और बाल जल गए. पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उत्साहित लोग पुतले के बेहद करीब पहुंच गए थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों को मामूली चोटे आई हैं जबकि दो लोगों के सिर फट गए हैं. पटाखों के कारण तीन लोग झुलस गए जबकि दो लोगों के कपड़े जल गए हैं. इस हादसे में जान का नुकसान नहीं हुआ है.
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि यमुनानगर के दशहरा ग्राउंड में रावण दहन के दौरान लोगों के घायल होने की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स गलत हैं. मौके पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने पुतले के पास जाने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों को पीछे धकेल दिया था. मौके पर पुलिस तैनात थी किसी को कोई चोट नहीं लगी है. कार्यक्रम बिना किसी अप्रिय घटना के यमुनानगर में सभी स्थानों पर पुतला दहन समाप्त हो गया. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, हर साल दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है क्योंकि भगवान राम ने इस दिन रावण का वध किया था. कोविड -19 महामारी के कारण दो साल के बाद रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले जलाकर, पूरे देश में उत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया गया.