वामपंथी सिल्वा की ओर झुकता दिख रहा लोकतंत्र में मतदाताओं का पलड़ा

ब्राजील (voter turnout) भी अपने लैटिन अमेरिकी पड़ोसी देशों की तरह, अनौपचारिक अर्थव्यवस्था उच्च मुद्रास्फीति दर, बेरोजगारी जैसी समस्याओं से जूझ रहा। इसी कारण लोगों का झुकाव वामपंथी (voter turnout) प्रत्याशी की ओर है। आपको बता दे ब्राजील में कुल मतदाताओं की तादाद 15 करोड़ से ज्यादा है। विश्लेषकों का अनुमान है कि अनिवार्य मतदान के बावजूद इनमें से 20 फीसदी अनुपस्थित रहेंगे।
राष्ट्रपति बोलसोनारो लोकतांत्रिक संस्थानों के परीक्षण, कोविड-19 जैसी विनाशकारी महामारी से निपटने के तरीके और परंपरागत सामाजिक मूल्यों की रक्षा के लिए काफी ब्राजीली उनकी प्रशंसा करते हैं। प्रकाशित अंतिम डाटाफोल्हा सर्वे में शामिल लोगों में से 50 फीसदी ने उन्हें वोट देने का इरादा जताया।
बोलसोनारो के पक्ष में केवल 36 फीसदी लोग थे। 2003-2010 तक देश की बागडोर संभाल चुके सिल्वा पहला दौर बिना किसी समस्या जीत सकते हैं। 30 अक्तूबर को आने वाले परिणाम में उन्हें कुल में से अवैध और कोरे मतपत्र हटाकर 50 फीसदी वोट हासिल करने होंगे।