जयपुर। लंपी (lumpy) पर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलने पर नेता प्रतिपक्ष ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब अप्रैल में लंपी का पता लग गया बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। और 27 जुलाई तक विभाग सोता रहा, कोई तो जिम्मेदार होगा। विधानसभा में लंपी (lumpy) पर बहस का जवाब देते हुए पशपुालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा- अब लंपी भैंसों और हिरणों में भी आ गया है। हरियाणा में कई भैंसों में संक्रमण पाया गया है। हमने टीकाकरण की स्पीड बढ़ा दी है। प्रवासी राजस्थानियों ने लंपी से मुकाबले के लिए पैसा भेजा।
जिन भामाशाहों ने मदद की उन सबकी चार्ट बना रहे हैं और ऐसे मददगार भामाशाहों का हम सम्मान करेंगे। केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला को इसके बारे में बताया, तो उन्होंने कंपनी के एमडी से बात की और वैक्सीन दिलवाई। भारत सरकार ने हमें गोट पॉक्स दिलवाई। पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट ने कहा है कि लंपी पर कुछ कंट्रोल मानसून की विदाई के साथ ही होगा। लंपी का नया वैरियंट भी चिंता का कारण है। गोट पॉक्स बनाने वाली कंपनी ने हमें वैक्सीन देने से मना कर दिया था। मैंने हमें जो भी गोट पॉक्स दवा मिली है, उसका पूरा पैसा सरकार ने दिया है।