
नई दिल्ली । केंद्र सरकार (34 new drugs) ने कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली 4 दवाओं (34 new drugs) समेत 34 नई मेडिसिन को ‘आवश्यक’ सूची यानी नेशनल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन (NLEM ) में जोड़ दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बार की लिस्ट जारी की।
बता दें कि इस लिस्ट में पब्लिक हेल्थ के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं को शामिल किया गया है। 350 एक्सपर्ट्स ने 140 बैठकों के बाद इस नई लिस्ट को तैयार किया है। यानी इन दवाओं को सरकार ने बेचने और खरीदने की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा 26 दवाओं को लिस्ट से बाहर भी किया गया है।
इस दवा के सेवन से मरीजों में कैंसर होने की आशंका बढ़ने की बात कही जा रही थी। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे लिस्ट से हटाने का फैसला लिया। इसके अलावा लिस्ट में एंटी ट्यूबरकुलोसिस दवा बेडक्विलाइ, रोटावायरस वैक्सीन जैसी दवाइयों को भी शामिल किया गया है।
अब इस सूची में ऐसी दवाओं की संख्या 384 हो गई है।स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इससे कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं और टीके किफायती हो जाएंगे। 4 प्रमुख कैंसर रोधी दवाओं में बेंडामुस्टाइन हाइड्रोक्लोराइड, इरिनोटेकन एचसीआई ट्राइहाइड्रेट, लेनालेडोमाइड और ल्यूप्रोलाइड एसीटेट शामिल हैं।
NLEM में उन दवाओं को शामिल किया जाता है, जो ज्यादा से ज्यादा लोगों के काम में आती हैं। इन दवाओं का अधिकतम दाम सरकार कंट्रोल में रखती है। दवा कंपनियां एक साल में इस लिस्ट में शामिल दवाओं का दाम 10% से ज्यादा नहीं बढ़ा सकती।इस लिस्ट में मनोचिकित्सा संबंधी दवाओं निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी और ब्यूप्रेनोर्फिन को भी जोड़ा गया है।