यूपी में फेक किसान से होगी 22 हजार रुपए की वसूली
यूपी (recovery) के 2 करोड़ 85 लाख किसान पीएम सम्मान निधि का लाभ उठा रहे हैं। इनमें से 21 लाख अपात्र लोग गलत तरीके से योजना की राशि ले रहे हैं। सरकार ने ऐसे फेक (recovery) किसानों की जानकारी जुटा ली है, इनके बैंक खातों में भेजी गई रकम को अब वसूला जाएगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत 1 दिसंबर 2018 को हुई थी। इसके तहत किसानों को साल भर में 6000 रूपए का लाभ सीधे उनके बैंक खाते में दिया जाता है।
हर 4 महीने में किसान को 2000 रूपए की किस्त दी जाती है। तो इस तरह की 2000 रूपए की 11 किस्तें यूपी के किसानों को मिल चुकी हैं। यूपी के अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने बताया, “पीएम किसान निधी योजना, यूपी में 9 सितंबर के बाद अकाउंट वैरिफिकेशन, भूलेख सत्यापन और डेटा अपलोड करने का काम जारी रहेगा। सभी किसान जल्द से जल्द कृषि विभाग और तहसील से भूलेख सत्यापन करवा सकते हैं।
दरअसल, ये 12वीं क़िस्त इसलिए रुकी हुई है क्योंकि सरकार ने योजना का लाभ ले रहे ऐसे 21 लाख लोगों को खोजा है, जो इस योजना के पात्र ही नहीं हैं। इन फेक अकाउंट्स का पता लगाने की वजह से बाकी किस्त आने में समय लगा है। यूपी के कृषी मंत्री सूर्य प्रताप शाही का कहना है, “योजना में ऐसे किसानों का भी नाम है, जो इनकम टैक्स फाइल करते थे। कहीं एक पति-पत्नी दोनों किस्त का लाभ ले रहे हैं। सरकार ने ऐसे फेक किसानों को आखिरी मौका दिया है। वो चाहें तो ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर ली गई रकम अपनी मर्जी से वापस कर सकते हैं।”