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दूसरे देशों में पनाह ले चुकी यूक्रेन की आधी से ज्यादा आबादी

कीव । रूस-यूक्रेन (Refuge) जंग जारी है। ​​​​​​यूक्रेन के प्रासीक्यूटर जनरल ऑफिस (PGO) ने बताया कि रूस के अटैक के बाद अब तक यूक्रेन में 382 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि 741 घायल हुए हैं। उनके मुताबिक, जब तक गेंहू ले जाने के लिए प्राप्त सिक्योरिटी नहीं मिलेगी, तब तक यहां से गेहूं जाना (Refuge) मुश्किल है।

इसके बाद UN के दखल के बाद समझौता हुआ और अब यूक्रेन फूड आइटम्स एक्सपोर्ट कर रहा है। इससे फूड सिक्योरिटी के खतरे से जूझ रही दुनिया को काफी हद तक राहत मिलेगी। रूस के हमले से तबाह यूक्रेन की आधी से ज्यादा आबादी दूसरे देशों में पनाह ले चुकी है। कुछ लोग अब भी देश छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

उनका मानना है कि जैसे भी हैं, यहीं ठीक हैं। कुछ दिन में हालात सुधर जाएंगे। इसके बाद दक्षिणी यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल पर रूस ने मई में कब्जा कर लिया था। अब रूस ने यहां निर्माण शुरू कर दिया है। रूस घर, अस्पताल और स्कूल बनाना चाहता है। यूक्रेन में 24 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इसी दिन हमले के 6 महीने भी पूरे हुए।

रूसी हमले के चलते स्वतंत्रता का जश्न नहीं मनाया गया। कुछ दिन पहले यूक्रेन के 1900 एजुकेशन इंस्टीट्यूट तबाह हुए थे। रूस हमले से अब तक यूक्रेन को 48 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है। तुर्की में ब्लैक सी से गेहूं ट्रांसपोर्ट को लेकर यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों के बीच जुलाई 2022 में बैठक हुई थी। इस बैठक में यूक्रेन के विदेश मंत्री ने सिक्योरिटी को सबसे अहम मुद्दा बताया था।

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