प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi)8 सितंबर को इंडिया गेट पर नेताजी की मूर्ति का अनावरण
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi) के अगले गुरुवार को इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण करने की संभावना है. वह इसी दिन सार्वजनिक उपयोग के लिए पुर्ननिर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू या राजपथ का भी उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय सार्वजनिक स्थान लगभग 20 महीने के अंतराल के बाद जनता के लिए फिर से खोल दिया जाएगा. द टाइम्स आफ इंडिया में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक 8 सितंबर को राजधानी में इंडिया गेट के पास सूर्यास्त के बाद कार्यक्रम का आयोजन होगा. राजपथ और लॉन में लगे सभी स्ट्रीट लाइट्स में सेंसर लगाए गए हैं और जब प्राकृतिक रोशनी एक निश्चित सीमा से कम हो जाती है तो ये स्वतः ही चालू हो जाती हैं और पर्याप्त रोशनी होने पर खुद बंद भी.
कार्यक्रम के दौरान, तेलंगाना के विशेष काले ग्रेनाइट से बनी नेताजी की 28 फीट की प्रतिमा का इंडिया गेट पर उसी छत्र (छतरी) के नीचे अनावरण किया जाएगा, जिसमें कभी बिटिश किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति हुआ करती थी. उस मूर्ति को हटाकर 1968 में दिल्ली के बुराड़ी में कोरोनेशन पार्क में स्थानांतरित कर दिया गया था. तबसे, इंडिया गेट के ठीक पीछे स्थित यह छतरी खाली पड़ी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी, 2021 को उसमें नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया था. सूत्रों की मानें तो इंडिया गेट के पास लोगों के बैठने की व्यवस्था कारपेट वाले हिस्से पर होगी और लॉन में बैठने की अनुमति नहीं होगी, ताकि नए सिरे से पुर्ननिर्मित क्षेत्र का कोई हिस्सा क्षतिग्रस्त न हो.
अब इंडिया गेट के भीतर से गुजर सकेंगे लोग
सूत्रों ने बताया कि 3 किलोमीटर लंबे राजपथ और उसके आसपास के क्षेत्रों में सभी कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विशेष ध्यान ‘हरे-भरे लॉन’ को बनाए रखने पर है, जो आगंतुकों के बीच लोकप्रिय होने की उम्मीद है. एक बार जब पूरे 2 किमी का नया खंड जनता के लिए खोल दिया जाता है, तो आगंतुकों को भी इंडिया गेट के मेहराब से होकर गुजरने की अनुमति दी जाएगी. क्योंकि अमर जवान ज्योति (प्रतिष्ठित उलटी राइफल और युद्ध हेलमेट) को वहां से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में स्थानांतरित किया जा चुका है. हालांकि, आगंतुकों को लाॅन में प्रवेश करने से रोकना, उनसे नियमों का पालन कराना और राजपथ पर बनी छोटी छोटी नहरों में प्रवेश करने से रोकना एक कठिन काम होगा. सूत्रों की मानें तो इस काम के लिए सरकार एक हाउसकीपिंग (सफाई और सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने के लिए) एजेंसी को हायर कर रही है.
पुर्ननिर्मित राजपथ पर क्या नया होगा?
परियोजना के हिस्से के रूप में, इंडिया गेट के पास 4 पैदल यात्री अंडरपास, 6 नए पार्किंग स्थल, 8 सुविधा ब्लॉक, 6 वेंडिंग जोन और 2 सीढ़ीदार उद्यान या एम्फीथिएटर प्रदान किए गए हैं. राजपथ के चारों ओर लॉन (हरी घास की परत) फिर से बिछाए गए हैं, नहरों का जीर्णोद्धार किया गया है और उन पर 16 स्थायी पुल बनाए गए हैं. सभी यूटिलिटी सर्विसेज को भूमिगत कर दिया गया है. आगंतुकों के लिए लगभग 1580 लाल-सफेद बलुआ पत्थर के बोलार्ड्स और 415 बेंच बनाए गए हैं. कूड़े के लिए 150 डस्टबिन भी लगाए गए हैं. हालांकि, पूरी परियोजना की मूल समय सीमा नवंबर 2021 थी. लेकिन सीपीडब्ल्यूडी को कोविड-19 और सिंचाई प्रणाली को पुनर्व्यवस्थित करने सहित कई कारणों से समय सीमा बढ़ानी पड़ी. इस साल गणतंत्र दिवस परेड के लिए इस खंड को कुछ समय के लिए खोला गया था.