अमेरिकियों की बढ़ती तादाद से शहर की महंगाई

मैक्सिको । मैक्सिको सिटी (increasing numbers) में अमेरिकियों की बढ़ती तादाद से शहर की महंगाई बढ़ती (increasing numbers) जा रही है। इससे स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं। नतीजतन स्थानीय या तो शहर छोड़ रहे हैं या फिर शहर के बाहरी हिस्सों में जाने को मजबूर हो गए हैं। वे सैन डियागो में एक स्टूडियो अपार्टमेंट के लिए करीब 2 लाख रुपए देते थे। यहां एक बेडरूम अपार्टमेंट सिर्फ 60 हजार रुपए में मिल गया है।
वे क्वालिटी लाइफ के साथ पैसा बचाना चाहते हैं। वे कहते हैं, ‘पहले यहां हम जैसों का स्वागत हुआ था, लेकिन अब वैसा नहीं है। कई शिकायतें भी मिली हैं। लगता है यहां अब ज्यादा समय तक रह नहीं पाऊंगा। ऐसे में हमेशा के लिए वर्क फ्रॉम होम कर रहे अमेरिकी कर्मचारी लॉस एंजेलिस और न्यूयॉर्क जैसे महंगे शहर छोड़कर पड़ोसी देश मैक्सिको की राजधानी मैक्सिको सिटी रहने पहुंच रहे हैं।
यहां पर्याप्त सुविधाएं हैं और अमेरिकी शहरों के मुकाबले कहीं बहुत ज्यादा सस्ता है। रीयल एस्टेट एजेंट एडिटा नोरेज्को कहती हैं, ‘मैक्सिको सिटी में घर के लिए अमेरिका से मेरे पास हर हफ्ते दर्जनों कॉल आती हैं। वे अच्छी कमाई कर रही हैं। यहां उन्हें सस्ते में क्वालिटी ऑफ लाइफ मिलती है, जिससे उनकी काफी बचत हो जाती है।
दरअसल अमेरिका की कई कंपनियों ने कोरोना खत्म होने के बाद भी अपने कर्मचारियों को स्थायी तौर पर वर्क फ्रॉम होम दे दिया है। मैक्सिको सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी से मई तक के 5 महीनों में ही 53 लाख अमेरिकी हवाई यात्री मैक्सिको पहुंचे हैं। अमेरिकियों की बड़ी तादाद के कारण यहां के मकान मालिक किराए पर देने के लिए पुराने घरों को रिनोवेट कर रहे हैं।