राजस्थान के मंत्री ने ‘करवा चौथ’ (‘Karva Chauth’) को बताया अंधविश्वास तो भड़क उठे लोग

राजस्थान सरकार में मंत्री गोविंद राम मेघवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक कार्यक्रम में करवा चौथ को अंध विश्वास बता रहे हैं। मंत्री ने कहा कि चीन में 80%, अमेरिका में 50% महिलाएं काम करतीं हैं, इसीलिए वो देश आगे हैं लेकिन दुर्भाग्य है कि हमारे देश की महिलायें करवाचौथ (‘Karva Chauth’) पर छलनी देखकर पति के लंबी उम्र की बात करती हैं।
गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि पुरुष कभी भी पत्नी की लंबी उम्र के लिए छलनी नहीं देखता। ये अंधविश्वास निकाल दें, धर्म, जाति को लेकर लोग आपस में लड़ा रहे हैं। कैबिनेट मंत्री का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इस वीडियो पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। भाजपा के नेता अब गोविंद राम मेघवाल के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
बीजेपी नेता राजेंद्र राठौर ने ट्वीट किया, “भारतीय संस्कृति में महिलाओं के लिए ‘करवाचौथ’ का व्रत अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। लेकिन दुर्भाग्य है कि मंत्री गोविंद मेघवाल छलनी से चांद देखने की वर्षों से चली आ रही भारतीय परंपरा को अंधविश्वास बता कर महिलाओं की आस्था पर आघात पहुंचा रहे हैं।” इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि तुष्टिकरण की नीति पर चल रहे कांग्रेसी बार-बार हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों का उपहास उड़ाना बंद करें।
आरके राजस्थानी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि इसके लिए मंत्री जी की तारीफ होनी चाहिए, हम कब तक इन अंधविश्वासों में जीते रहेंगे। उत्तम सिंह राजपूत ने लिखा कि अरे भाई मेघवाल जी महिलाओं के छलनी में चांद देखने से आपको क्या दिक्कत है, क्या महिलाएं काम नहीं करती? घर संभालती हैं, खेतों में काम करती हैं, निर्माण कार्यों में कौन काम करता है? क्या सिर्फ पुरूष? या फिर आप कह रहे हैं कि सरकारी नौकरी को छोड़ कर बाकी काम, काम नहीं है?
तेजराम बिश्नोई नाम के यूजर ने लिखा कि जिनको संस्कृति के बारे में कुछ पता ही नहीं. वो कुछ भी बोल सकते हैं। विनोद कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि यह भारतीय परम्परा और संस्कृति है। साल में एक दिन आता है कोई 365 दिन छलनी नहीं देखती। इसमें भी कोई बाध्यता नहीं है, जिसकी मर्जी आये छलनी देखे, जिसकी मर्जी ना हो ना देखे। आपने भी तो सिर पर साफा पहन रखा है? क्या किसी ने जबर्दस्ती पहनवाया है?
बता दें कि कैबिनेट मंत्री के इस बयान पर भाजपा भड़क गई है और माफी की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी लोग गोविंद राम मेघवाल को लोग ट्रोल कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग उनके बयान का समर्थन भी कर रहे हैं। हालांकि इसी बीच उन्होंने सफाई भी दी है।