झांसी में जबरन खराब की गई अत्याधुनिक 7 एम्बुलेंस

झांसी । प्रदेश भर (forcibly spoiled) में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 2011 में मायावती ने “मुख्यमंत्री महामाया सचल अस्पताल” योजना शुरू की गई थी। एम्बुलेंस के बारे में पता करवाऊंगा। अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। अगर एम्बुलेंस चलने लायक होंगी, तो जरूरी चलवाई जाएंगी।”चिकित्सीय परामर्श, प्राथमिक उपचार, प्रसव से पहले और प्रसव के बाद स्वास्थ्य परीक्षण (forcibly spoiled) तथा आवश्यक दवाओं के वितरण की व्यवस्था थी।
इसके अलावा किशोरावस्था बालिकाओं की स्वास्थ्य जांच और यौन व प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा का भी इंतजाम था।एंबुलेंस पर लखनऊ में बैठे-बैठे अधिकारी नजर रख सकते थे। एंबुलेंस में तैनात डॉक्टर, स्टाफ नर्स व फार्मासिस्ट को इसमें प्रवेश करते ही अंगूठे का निशान देना होता था। उपस्थिति सीधे लखनऊ में दर्ज हो जाती थी।
इस योजना के तहत जिले में अत्याधुनिक चिकित्सीय उपकरणों से युक्त 7 एम्बुलेंस चलाई गई थी। लेकिन इन सातों एम्बुलेंस का संचालक मात्र दो साल ही हो पाया। MO डॉ. सुधाकर पांडेय का कहना है कि “मेरी कुछ दिन पहले ही झांसी में ज्वाइनिंग हुई है। इस बारे में जानकारी नहीं है। मगर, साल 2012 में सरकार बदली और प्रदेश में सपा की सरकार आ गई। एम्बुलेंस के उपर नीले और सफेद रंग की मायावती की बड़ी फोटो थी।