20 हजार भारतीय छात्रों को वीसा वापसी लटकाए हुए चीन

बीजिंग/नई दिल्ली। कोरोना (return visa) की वजह से घर लौटने को मजबूर हुए 20 हजार भारतीय छात्रों को चीन 3 साल से वापसी का वीसा (return visa) नहीं दे रहा है। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच मार्च में हुई सहमति के बावजूद चीन कई तरह के अड़ंगे लगाकर मामले को लटकाए हुए है। उसके बाद चीन ने भारतीय दूतावास से छात्रों की सूची मांगी।
सूची मिलने के बाद चीन ने उसे यह कहते हुए वापस किया कि इसमें प्राथमिकता वाले छात्रों की अलग-अलग सूची दी जाए।सार्वजनिक तौर पर तो चीनी प्रवक्ता ने कहा कि छात्रों की वापसी के लिए दोनों सरकारें को-ऑर्डिनेशन कर रही हैं, लेकिन असलियत यह है कि वह एकपक्षीय तरीके से वापसी की प्रक्रिया तय कर रहा है।
पिछले महीने ही चीनी सरकार ने कहा था कि संबंधित यूनिवर्सिटीज छात्रों से खुद ही संपर्क करेंगी। लेकिन, एक भी यूनिवर्सिटी ने ऐसा नहीं किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया- चीन इन छात्रों को LAC का तनाव खत्म करने की बातचीत में ‘बार्गेन चिप’ के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीनी समकक्ष वांग यी की 25 मार्च को भारत यात्रा के समय भारतीय छात्रों की वापसी का मुद्दा उठाया था। वांग ने सहमति दी थी कि छात्रों को चरणबद्ध ढंग से वापस लिया जाएगा।दरअसल, कोरोना फैलने के बाद चीन ने 5 लाख विदेशी छात्रों का वीसा सस्पेंड कर दिया था। अब अन्य देशों के छात्रों को वापस ले लिया, पर भारतीयों की वापसी नहीं करा रहा है।